उज्जैन । ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में किर्लोस्कर कंपनी द्वारा फायर सेफ्टी सिस्टम लगाया जा रहा है। बीते तीन साल में 75 फीसद काम पूरा हो चुका है। शेष बचे काम को द्रुत गति से पूरा करने के लिए बुधवार को फायर एंड सेफ्टी की टीम ने मंदिर का निरीक्षण किया। बताया जाता है नव निर्माण के बाद एरिया बढ़ने से नए स्थानों पर भी पाइंट लगाने को लेकर चर्चा हुई है। महाकाल मंदिर में भस्मी कक्ष में आग लगने की घटना के बाद सिंहस्थ 2016 में तत्कालीन अधिकारियों ने आधुनिक फायर सिस्टम लगवाया था। इसके कुछ समय बाद ही सभा मंडप का नवनिर्माण शुरू हुआ और सिस्टम को हटाना पड़ा। इसके बाद मंदिर समिति ने नया फायर सिस्टम लगाने की योजना पर काम शुरू किया।
महाकाल मंदिर में लग रहा फायर सेफ्टी सिस्टम, सुरक्षा की जांच करने पहुंची मुंबई की टीम
बताया जाता है देश की प्रसिद्ध पंप व पाइप निर्माता कंपनी किर्लोस्कर ने मंदिर समिति को अपनी ओर से फायर सिस्टम लगाने का प्लान दिया। अनुमति मिलने के बाद कंपनी ने काम भी शुरू कर दिया लेकिन महाकाल महालोक व परिसर में टनल विस्तारीकरण कार्य के चलते कार्य की गति धीमी हो गई। हालांकि इस सब के बीच भी कंपनी स्थान की उपलब्धता के हिसाब से काम करती रही। 25 मार्च को होली पर मंदिर के गर्भगृह में आग लगने की घटना के बाद एक बार फिर जिम्मेदारों का ध्यान इस ओर गया तथा काम को शीघ्र पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। कंपनी द्वारा अब तक मंदिर में पाइप लाइन बिछाकर विभिन्न स्थानों पर पाइंट लगाने का काम किया जा रहा है। आने वाले दिनों में बड़ा गणेश मंदिर के समीप पुराने अन्नक्षेत्र भवन परिसर में विशाल वाटर टैंक व हाईडेंट लगाने की योजना है। घटना, दुर्घटना व आपात स्थिति में यहीं से जल आपूर्ति की जाएगी।