रायपुर। राज्य में सत्ता परिवर्तन होने के बाद भी मंत्रियों के आवास पर अवैध रूप से ड्यूटी करने वाले सरकारी मुलाजिमों की संख्या बढ़ गई है ऐसा ही एक मामला स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के आवास पर देखा जा रहा है आयुष्मान भारत योजना के तहत अनुराग दुबे की नियुक्ति स्वास्थ्य विभाग में हुई है और शुरुआती दौर में आयुष्मान के कामकाज को चलाने के लिए हफ्ते भर के लिए अनुराग दुबे को मंत्री आवास भेजा गया था लेकिन मंत्री आवास पर अब वह ट्रांसफर पोस्टिंग का भी ठेका लेने लगा है बगैर आदेश ही महीने भर से अनुराग वहां काबिज हैं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आदेश जारी नहीं किया गया है और ना ही मंत्री के तरफ से अनुराग दुबे को मंत्री आवास पर तैनात होने का आदेश दिया गया है चर्चा यह भी है कि अपने रसूख का इस्तेमाल कर मंत्री जी के दरबार में सेट होने में लगा है। अब सवाल उठता है कि अनुराग दुबे किसके आदेश पर ड्यूटी कर रहा है,?
संजीवनी से हटाए गए
जानकार सूत्रों की माने तो अनुराग दुबे कांग्रेस शासनकाल में मुख्यमंत्री संजीवनी कोष में नियुक्त थे। इस दौरान यहां आने वाले गरीब मरीजों के परिजनों को परेशान करते थे और उनसे अभद्रता करते थे। इसकी शिकायत मरीज के परिजनों ने मुख्यमंत्री से किया जिसके बाद करीब डेढ़ साल पहले अनुराग दुबे को संजीवनी कोष से हटा दिया गया। तब से यह आयुष्मान योजना के तहत दूसरे जगह पर काम करते थे। लेकिन सरकार बदलते ही जुगाड़ लगाकर मंत्री आवास पर धमक गए।
15 दिन के लिए हुई थी नियुक्ति
जानकार सूत्रों की मानें तो आयुष्मान योजना के तहत अस्पतालों की बकाया राशि और मंत्री आवास पर आने वाले पीड़ितों की सुविधा के लिए महज 15 दिन के लिए अनुराग दुबे को मंत्री आवास भेजा गया था। लेकिन अब उनकी समस्याएं समाप्त होने के बाद भी या वहां से रिलीव नहीं किए गए। जानकार सूत्रों का दावा है कि मंत्री आवास पर बने रहने के लिए अनुराग दुबे ने नोटसीट भी चलवाई थी। जिसको अतिरिक्त प्रमुख सचिव रेनू पिल्ले रिजेक्ट कर चुकी है। उसके बाद भी अनुराग दुबे यहां पर जमा हुए हैं।
रसूख का कर रहे हैं इस्तेमाल
सूत्रों की माने तो अनुराग दुबे बिलासपुर के एक पूर्व मंत्री के करीबी माने जाते हैं और उन्हीं की वजह से इन्हें आयुष्मान भारत योजना के तहत नौकरी मिली थी। जो आज भी डेलीवेजेस कर्मचारी हैं। लेकिन इनका रुतबा मंत्री स्टाफ पर भी भारी पड़ रहा है।
मंत्री को जानकारी नहीं
अनुराग दुबे के मंत्री बंगले पर तैनात होकर दूसरे स्टाफ की केबिन पर कब्जा कर लेना और वहां से अपनी गतिविधियों को अंजाम देने की बारे में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से पूछा गया तो वह भी हैरान रह गए कि ऐसा मामला मेरी जानकारी में नहीं है हम पता कर कर उचित कार्रवाई करेंगे।