Pakistan से भारत पर वायरस ‘अटैक’ का खतरा……
पाकिस्तान से भारत पर वायरस 'अटैक' का खतरा:पड़ोस में फैला पोलियो, राजस्थान में रिस्क ज्यादा; कोरोना से 4 गुना खतरनाक
( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस पर काबू पाने में लगी हुई थी, इस बीच उनका ध्यान एक ऐसे घातक वायरस से हट गया, जो आकार में कोरोना से 4 गुना छोटा है, लेकिन उससे 4 गुना तेजी से फैलता है. इस वायरस का नाम पोलियो है, जिसके कारण हजारों सालों से मानव युद्ध जारी है। अफगानिस्तान में गृहयुद्ध जैसे हालात और पाकिस्तान में बाढ़ के कारण इस साल दोनों देशों में पोलियो के मामले बढ़े हैं। जिससे भारत में खासकर सीमा से सटे राजस्थान में इस वायरस के फैलने का खतरा बना हुआ है।
When the whole world was engaged in controlling the corona virus, in the meantime his attention was diverted from such a deadly virus, which is 4 times smaller than the corona in size, but spreads 4 times faster than that. The name of this virus is polio, due to which human warfare has been going on for thousands of years. Polio cases have increased in both countries this year due to civil war-like situation in Afghanistan and floods in Pakistan. Due to which there is a danger of spreading this virus in India, especially in Rajasthan adjacent to the border.
आज जब ऐसा लग रहा था कि हम इस वायरस से जंग जीतने के करीब हैं और पूरी धरती से इसका नाम खत्म होने वाला है, तो अचानक एक बार फिर अमेरिका, यूरोप से लेकर भारत तक में पोलियो का खौफ बढ़ गया है. वायरस मिलने के बाद न्यूयॉर्क ने आपातकाल घोषित कर दिया है। डर है कि कहीं पलट न जाए।
Today, when it seemed that we are close to winning the war with this virus and its name is going to end from the whole earth, suddenly once again the fear of polio has increased in America, Europe to India. New York has declared a state of emergency after getting the virus. Afraid not to turn around.
पूरी दुनिया में क्यों बजी खतरे की घंटी ( Why alarm bells rang all over the world )
2022 में न्यूयॉर्क के 3 जिलों (काउंटी) के सीवेज के पानी में पोलियो वायरस पाया गया है। पहला मामला जुलाई में सामने आया था, जिसमें एक 20 वर्षीय युवक के पैरों में लकवा मार गया था। इससे पहले जून में लंदन में भी सीवेज के पानी में पोलियो वायरस पाया गया था। अमेरिका में पोलियो से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है।
Polio virus has been detected in sewage water of 3 districts (counties) of New York in 2022. The first case was reported in July, in which a 20-year-old youth was paralyzed in his legs. Earlier in June, poliovirus was also found in sewage water in London. Vaccination campaign to prevent polio has started in America.
दूसरे देशों में इस वायरस से बचाव के लिए तैयारियां चल रही हैं. यह वायरस कोलकाता के सीवेज में भी पाया गया है। वहीं, 2022 में 25 अक्टूबर तक पाकिस्तान में 20 और अफगानिस्तान में 2 पोलियो के मामले सामने आए थे। आपको बता दें कि पूरी दुनिया में पोलियो के लिए बने सर्विलांस सिस्टम में सीवर के पानी का सैंपल लेकर टेस्ट किया जाता है.
In other countries, preparations are going on to protect against this virus. This virus has also been found in the sewage of Kolkata. At the same time, till October 25 in 2022, 20 polio cases were reported in Pakistan and 2 in Afghanistan. Let us tell you that in the surveillance system made for polio all over the world, sewer water is sampled and tested.
कोविड की वजह से करोड़ों बच्चों को नहीं मिल सकी दवा ( Millions of children could not get medicine due to covid )
UNICEF के मुताबिक कोविड की वजह से पूरी दुनिया का ध्यान इससे लड़ने पर लगा था. ऐसे में दुनिया भर में 23 मिलियन बच्चों को समय पर पोलियो की दवा नहीं मिल पाई। इनमें पाकिस्तान और भारत के 40 लाख बच्चे शामिल हैं। अगर टीकाकरण नहीं हो सका तो लोगों की वायरस से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर हो गई और वायरस फैलने लगा।
According to UNICEF, because of Kovid, the attention of the whole world was focused on fighting it. In such a situation, 23 million children worldwide could not get polio medicine on time. These include 40 lakh children from Pakistan and India. If vaccination could not be done, then the immunity of people to fight the virus also weakened and the virus started spreading.