स्वास्थ्य

Video Game खेलने से होता है बच्चों का दिमाग तेज़ !

वीडियो गेम्स खेलने से बच्चों का दिमाग हो जाता है शार्प ! चौंकिए मत, जान लीजिए

( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )

वीडियो गेम खेलने वाले बच्चों की याददाश्त बेहतर होती है और उनके मोटर कौशल पर बेहतर नियंत्रण होता है। यह जानकारी एक नए शोध के बाद सामने आई है। निष्कर्ष रूप में, यह पाया गया है कि गेमर्स किड ब्रेन फंक्शन से संबंधित टेस्ट परफॉर्मेंस में बेहतर प्रदर्शन करते हैं। हालांकि अध्ययन में इसका कारण स्पष्ट नहीं किया गया है। इतना ही नहीं, वीडियोगेम संज्ञानात्मक समस्याओं को ठीक करने में भी मदद कर सकता है। द वर्ज के लेख के अनुसार, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ड्रग एब्यूज की निदेशक नोरा वोल्को ने कहा कि यह अध्ययन वीडियो गेम खेलने और मस्तिष्क के विकास के बीच संबंध के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करता है।

Children who play video games have better memory and better control over their motor skills. This information has come out after a new research. In conclusion, it has been found that gamers perform better in test performance related to kid brain function. However, the reason for this has not been clarified in the study. Not only that, videogames can also help in curing cognitive problems. According to The Verge article, Nora Volkow, director of the National Institute of Drug Abuse, said the study provides more information about the connection between video game playing and brain development.

क्‍या है शोध ( what is research )?

यह अध्ययन एडोलसेंट ब्रेन कॉग्निटिव डेवलपमेंट (एबीसीडी) अध्ययन के डेटा का उपयोग करके किया गया था, जिसने 2018 में अमेरिका में 2,217 बच्चों के मस्तिष्क के विकास को ट्रैक किया था। ये वे बच्चे हैं जो 9 से 10 साल की उम्र यानी वयस्कता में प्रवेश कर रहे हैं। इसमें प्रतिभागियों को ब्रेन इमेजिंग, संज्ञानात्मक कार्य, मानसिक स्वास्थ्य जांच, शारीरिक स्वास्थ्य परीक्षण और अन्य परीक्षण आदि गतिविधियों से गुजरना पड़ता है।

The study was conducted using data from the Adolescent Brain Cognitive Development (ABCD) study, which tracked the brain development of 2,217 children in the US in 2018. These are children who are entering adulthood between the ages of 9 and 10 years. In this, the participants have to undergo activities like brain imaging, cognitive function, mental health check-up, physical health test and other tests etc.

शोध में क्‍या मिला ( what the research found )

इस शोध में दो ग्रुप बनाए गए। एक समूह, जिसमें बच्चे सप्ताह में लगभग 21 घंटे वीडियो गेम पर बिताते थे। जबकि दूसरा समूह, जिसमें बच्चे वीडियो गेम नहीं खेलते थे। शोध में पाया गया कि जो बच्चे वीडियो गेम खेल रहे थे, उनकी दिमागी याददाश्त तेज और दिमागी सक्रिय भी पाया गया। हालांकि, मानसिक स्वास्थ्य में दोनों समूहों के बीच कोई अंतर नहीं पाया गया और दोनों के मस्तिष्क समारोह में अंतर के कारण का पता नहीं चल सका। आपको बता दें कि शोध में उन बच्चों को शामिल नहीं किया गया जो रोजाना थोड़ा-थोड़ा वीडियो गेम खेलते हैं।

Two groups were formed in this research. One group, in which children spent about 21 hours a week on video games. Whereas the other group, in which the children did not play video games. Research found that children who were playing video games were found to have faster brain memory and brain activity. However, no difference was found between the two groups in mental health and the reason for the difference in brain function of the two could not be ascertained. Let us tell you that the research did not include children who play a little bit of video game every day.

Buland Hindustan

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