मैं भी भजन गाता था, मुफ्ती के बयान पर बोले अब्दुल्ला
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के भजन वाले बयान पर फारूक अब्दुल्ला अलग राय रखते हैं। उन्होंने कहा कि वह भी भजन गाते रहे हैं तो क्या वे हिंदू हो गए।
( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू संभाग के रामबन जिले में आयोजित एक पार्टी कार्यक्रम के दौरान पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की भजन टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भले ही वह भजन गा रहे हों, लेकिन क्या वे हिंदू बन गए। उनके अनुसार वह यह स्वीकार नहीं करते कि भारत साम्प्रदायिक है। यह धर्मनिरपेक्ष रहा है और रहेगा।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं यह नहीं मानता कि भारत सांप्रदायिक है, यह धर्मनिरपेक्ष रहा है और रहेगा। मैं भजन गाता था, लेकिन क्या इससे मैं हिंदू बन जाऊंगा?’
वहीं, फारूक अब्दुल्ला ने अनुच्छेद 370 और 35ए पर कहा, ‘हम अनुच्छेद 370 और 35 से जुड़े मामलों में सुप्रीम कोर्ट में हैं. हमें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट जल्द ही इस पर सुनवाई करेगा.. हम केवल सुप्रीम पर निर्भर नहीं हैं. कोर्ट लेकिन हम एक राजनीतिक लड़ाई लड़ रहे हैं, जितने अधिक वोट हम जीतेंगे, उतना ही हम इसे विधानसभा में आगे ले जा सकेंगे।
भाजपा ने महबूबा को दी हिदायत
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान इस भजन से पूरे देश को एकजुट किया था. स्कूली बच्चे ‘लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी…’ गा रहे हैं। इस पर किसी को कोई आपत्ति नहीं है। यह देश सभी का है, सभी धर्मों के लोग – हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और अन्य। महबूबा को अल्लामा इकबाल की किताब ‘धर्म आपको ईर्ष्या रखना नहीं सिखाता’ पढ़नी चाहिए।