अब हिन्दी में होगी इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई
( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
हिंदी विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल अन्य इक्कीस भाषाओं के साथ हिंदी का विशेष स्थान है। हिंदी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए 14 सितंबर को पूरे देश में हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। मध्य प्रदेश सरकार राज्य में हिंदी को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास कर रही है।
मध्यप्रदेश में हिन्दी में होगी मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई
विद्यालय तक हिन्दी में विज्ञान की शिक्षा ग्रहण करने वाला विद्यार्थी उच्च शिक्षा में प्रवेश के समय अंग्रेजी भाषा तथा अंग्रेजी भाषा की बाध्यता तथा हिन्दी भाषा में पाठ्य पुस्तकों के अभाव के कारण विज्ञान एवं तकनीकी पाठ्यक्रमों से दूरी बना लेता है।
देश में मेडिसिन और इंजीनियरिंग जैसे विषयों को अंग्रेजी में पढ़ाए जाने के कारण दूरदराज के ग्रामीण इलाकों से आने वाले छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. लेकिन अब हिंदी भाषी छात्रों का देश में डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना आसान होने जा रहा है.
मध्यप्रदेश में पहली बार मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी माध्यम से होगी। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सबसे पहले इसकी घोषणा की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जब दुनिया के सभी देश अपनी-अपनी भाषा में पढ़ते हैं तो हम अंग्रेजी के गुलाम क्यों बनें?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि आने वाले दिनों में वे मेडिकल, इंजीनियरिंग और अन्य विषयों को हिंदी में पेश कर इस मिथक को तोड़ देंगे कि अंग्रेजी जरूरी है. मुख्यमंत्री की इस बड़ी पहल से प्रदेश के गरीब, ग्रामीण अंचलों के बच्चों, लेकिन मध्यम वर्गीय परिवारों के लोगों को इसका लाभ मिलेगा. इस फैसले से छात्रों को शिक्षा का समान अवसर मिलेगा।