
बिलासपुर। शहर में पिछले 10 साल से रह रहे एक युवक के अपहरण का मामला सामने आया है। चौंकाने वाली बात यह है कि युवक ने खुद अपने पिता को फोन कर अपहरण की जानकारी दी और 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी है। यह मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, इस प्रकरण में सीएम हाउस से भी पुलिस अधिकारियों को फोन किया गया है। फिलहाल पुलिस युवक की तलाश में जुटी है।
कस्तूरबा नगर निवासी संजय यादव (29) तीन दिन से लापता था। रविवार (5 अक्टूबर) को उसने अपने पिता बालेश्वर यादव को फोन कर बताया कि कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया है और 10 लाख रुपए फिरौती मांगी है। इतना ही नहीं, उसने कहा कि रकम उसके ही बैंक अकाउंट में जमा कर दी जाए।
तीन दिन से लापता था युवक
संजय यादव मूल रूप से जशपुर जिले के नारायणपुर देरहाखार का रहने वाला है। वह बीते 10 साल से बिलासपुर में किराए के मकान में रह रहा था। एमएससी तक की पढ़ाई कर चुका संजय बैंक की तैयारी कर रहा था और वहीं कोचिंग में पढ़ाता भी था।
1 अक्टूबर को उसने पिता से कहा था कि वह घर आ रहा है, लेकिन देर रात तक नहीं पहुंचा। अगले दिन जब पिता ने फोन किया तो मोबाइल बंद मिला। इसके बाद पिता उसे खोजने बिलासपुर पहुंचे तो देखा कि कमरे में ताला लगा हुआ है।
मोबाइल की लोकेशन से भटक रही पुलिस
सिविल लाइन CSP निमितेश सिंह ने बताया कि युवक की तलाश की जा रही है। मोबाइल का कभी चालू, कभी बंद होना और लोकेशन बदलते रहना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। कभी मोबाइल की लोकेशन पेंड्रा-गौरेला तो कभी बिलासपुर में मिल रही है। साइबर सेल की टीम तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच कर रही है।
खुद फोन कर मांगी फिरौती
खोजबीन के दौरान पिता बालेश्वर यादव के मोबाइल पर संजय ने कॉल कर कहा कि 8 से 10 लोगों ने उसका अपहरण किया है और वे 10 लाख रुपए मांग रहे हैं। उसने कई बार फोन किया और फिरौती की मांग दोहराई। पिता ने जब पूछा कि पैसा किस अकाउंट में डालना है, तो उसने जवाब दिया— “मेरे ही अकाउंट में जमा कर दो।” इसके बाद से उसका मोबाइल बंद है।