रायपुर में नवरात्रि की धूम: दुर्गा पूजा पंडालों में थीमेटिक आकर्षण

रायपुर। शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर से शुरू हो रही है। राजधानी रायपुर में दुर्गा पूजा समितियों में खासा उत्साह नजर आ रहा है। कालीबाड़ी चौक से लेकर माना और डब्ल्यूआरएस तक तैयारियां अंतिम चरण में हैं। माना कैंप, माना बाजार और डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में हर साल हजारों श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
थीम आधारित पंडालों की खासियत
माना कैंप: यहां 1964 से दुर्गा पूजा की शुरुआत हुई थी। इस बार अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर 70 फीट ऊंचा पंडाल तैयार किया जा रहा है।
माना बाजार: यहां 51वें वर्ष पूजा होगी। कोलकाता के दक्षिणेश्वर काली मंदिर की तर्ज पर 50 फीट ऊंचा पंडाल बनाया जा रहा है।
डब्ल्यूआरएस कॉलोनी: प्रदेशभर में विख्यात इस पूजा में 45 फीट ऊंचा पंडाल तैयार होगा, जिसे बिलासपुर हाईकोर्ट की तर्ज पर सजाया जा रहा है। इसके अंदर माता का भव्य राजदरबार होगा।
कालीबाड़ी चौक: रायपुर का सबसे पुराना दुर्गोत्सव, इस साल लगातार 93वें वर्ष मनाया जाएगा।
अन्य क्षेत्रों की तैयारी
पंडरी सिटी महा कालीबाड़ी, शिवानंद नगर, टाटीबंध, गुढ़ियारी और भनपुरी की समितियां भी तेजी से पंडाल निर्माण में जुटी हैं। सभी जगह बांस का ढांचा तैयार कर लिया गया है।
कोलकाता से आए कारीगर और बजट
माना कैंप: सार्वजनिक श्रीश्री दुर्गा पूजा समिति ने 40 लाख का बजट रखा है। कोलकाता से आए 30 कारीगर एक महीने से पंडाल बना रहे हैं। यहां 27 सितंबर से श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे।
माना बाजार: सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति ने 25 लाख का बजट रखा है। 20 कारीगर डेढ़ महीने से काम कर रहे हैं। यहां भी 27 सितंबर से दर्शन होंगे।
डब्ल्यूआरएस कॉलोनी: श्रीश्री दुर्गा एवं लक्ष्मी पूजा समिति बिलासपुर हाईकोर्ट की तर्ज पर पंडाल तैयार कर रही है। यहां माता शिव संग राजदरबार में विराजेंगी।