
रायपुर। छत्तीसगढ़ के चर्चित हाई-प्रोफाइल ड्रग्स सप्लाई केस में आज नव्या मलिक, विधि अग्रवाल और अन्य आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस इस पूरे सिंडिकेट पर शिकंजा कस रही है।
6 सितंबर को गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने दोनों को 2 दिन की रिमांड पर भेजा था। रिमांड खत्म होने पर 15 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था। इस केस में अब तक पुलिस नव्या मलिक, विधि अग्रवाल, सोहेल खान, अयान परवेज, ऋषिराज टंडन, जुनैद अख्तर, हर्ष आहूजा और मोनू विश्नोई समेत कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
ड्रग्स सिंडिकेट की परतें खुलीं
- जांच में सामने आया कि इस नेटवर्क से 850 रईसजादे जुड़े थे।
- होटल कारोबारियों और राजनेताओं के बेटों के नाम भी कनेक्शन में सामने आए।
- पुलिस ने शंकर नगर, पेंशनबाड़ा, समता कॉलोनी, राजेंद्र नगर, वीआईपी रोड, कटोरा तालाब, संतोषी नगर, देवेंद्र नगर और तेलीबांधा के कई रसूखदार परिवारों की सूची तैयार की है।
कैसे होता था ड्रग्स का कारोबार?
- पाकिस्तानी ड्रग्स ड्रोन के जरिए बॉर्डर पार भेजी जाती थी।
- सिंडिकेट के लड़के ड्रग्स को ट्रकों से रायपुर और देशभर में सप्लाई करते थे।
- जब ट्रकों पर कार्रवाई शुरू हुई तो ड्रग्स दिल्ली भेजकर रायपुर बुलाया जाता था।
- ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए पहले वॉट्सऐप ग्रुप और बाद में सिर्फ भरोसेमंद ग्राहकों का इस्तेमाल किया गया।
- होटल, पब, बार और आफ्टर पार्टीज़ में एडवांस लेकर डिलीवरी की जाती थी।
पुलिस की कार्रवाई
- हिस्ट्रीशीटर पिंदर ने पाकिस्तान से ड्रग्स सप्लाई कराई।
- पुलिस ने पिंदर सिंडिकेट के 17 से ज्यादा आरोपियों को पकड़ा।
- रायपुर के सुवित श्रीवास्तव के अकाउंट से 600 ग्राहकों की लिस्ट मिली, जिनके अकाउंट फ्रीज कर दिए गए।
- पूछताछ में नव्या मलिक और विधि अग्रवाल से रसूखदार ग्राहकों की जानकारी मिली।
इस हाई-प्रोफाइल केस की वजह से राजधानी रायपुर ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में हलचल मची हुई है। पुलिस का दावा है कि आने वाले दिनों में कई और बड़ी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।