कांतारा स्टार ने बताया क्यों नहीं चल रहा बॉलीवुड….
'कांतारा' स्टार ऋषभ शेट्टी ने बताया क्यों नहीं चल रहीं बॉलीवुड फिल्में! साउथ की तरफ इसलिए बढ़ा रुझान
( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
इस साल रिलीज हुई फिल्मों में अगर साउथ की कोई फिल्म सबसे ज्यादा चर्चित रही है तो वह है ‘कांतारा’। फिल्म को दर्शकों और क्रिटिक्स दोनों का प्यार मिला। फिल्म की अलग कहानी ने लोगों का ध्यान खींचा और फिल्म ने अच्छा बिजनेस भी किया। फिल्म के लीड एक्टर और डायरेक्टर ऋषभ शेट्टी को भी दर्शकों ने खूब पसंद किया था. हाल ही में ऋषभ ने फिल्म और बॉलीवुड कंटेंट के बारे में बात की।
If any South film has been the most talked about in the films released this year, then it is ‘Kantara’. The film got the love of both the audience and the critics. The different story of the film caught the attention of the people and the film also did good business. The film’s lead actor and director Rishabh Shetty was also well-liked by the audience. Recently Rishabh talked about the film and Bollywood content.
क्षेत्रीय लोक साहित्य पर आधारित इस फिल्म का बजट 16 करोड़ रुपये था। कम बजट में बनी इस फिल्म की कहानी को लोगों ने काफी सराहा था. आपको बता दें कि यह दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली कन्नड़ फिल्म बन गई है। इसके साथ ही यह साल 2022 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म भी है। इस फिल्म की सफलता के पीछे सबसे बड़ी वजह जमीनी स्तर पर दिखाई गई संस्कृति थी।
Based on regional folk literature, the budget of this film was Rs 16 crore. The story of this film, made in a low budget, was highly appreciated by the people. Let us tell you that it has become the second highest grossing Kannada film. Along with this, it is also the highest grossing Indian film of the year 2022. The biggest reason behind the success of this film was the culture shown at the grassroots level.
क्षेत्रीय कंटेंट की पहुंच ज्यादा होती है ( Higher reach of regional content )
इस फिल्म के बारे में हाल ही में ऋषभ शेट्टी ने बात की। फिल्म की सफलता के बारे में उन्होंने कहा, ‘यह फिल्म तटीय कर्नाटक संस्कृति को बहुत करीब से दिखाती है। यह इस फिल्म का सबसे बड़ा प्लस पॉइंट था क्योंकि इस वजह से दर्शक फिल्म से जुड़े। ये कहानी थी मेरे गांव की और बचपन से ये सब देखती आई हूं। हमें अच्छा लगता है जब हम अपनी संस्कृति से जुड़ाव महसूस करते हैं और इसे एक कहानी की तरह लोगों के सामने पेश करते हैं। मैं हमेशा कहता हूं कि जितनी अधिक क्षेत्रीय सामग्री होगी, उसकी पहुंच उतनी ही अधिक होगी।
Recently Rishabh Shetty talked about this film. Talking about the success of the film, he said, “The film very closely captures the coastal Karnataka culture. This was the biggest plus point of this film because due to this the audience connected with the film. This was the story of my village and I have been seeing all this since childhood. We like it when we feel connected to our culture and present it to people like a story. I always say that the more regional content, the greater the reach.
बॉलीवुड में वेस्टर्न कल्चर ज्यादा ( more western culture in bollywood )
जब ऋषभ से पूछा गया कि इन दिनों बॉलीवुड फिल्में साउथ से बेहतर प्रदर्शन क्यों नहीं कर रही हैं? तो इस पर उनका कहना था, ‘बॉलीवुड फिल्मों में पश्चिमी संस्कृति का काफी प्रभाव है। फिल्म निर्माता भारत में हॉलीवुड या अन्य सामग्री दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, जो लोगों को जोड़ने में सक्षम नहीं हो सकता है। इसी तरह ओटीटी पर तरह-तरह के कंटेंट दिखाए जा रहे हैं। ऐसे में क्षेत्रीय सामग्री का कोई माध्यम नहीं है। क्षेत्रीय स्तर पर कई कहानियां हैं, जो प्रभावित करती हैं। केवल फिल्म निर्माता ही उन्हें दिखा सकते हैं।
When Rishabh was asked why Bollywood films are not performing better than South these days? So on this he had to say, ‘Western culture has a lot of influence in Bollywood films. Filmmakers trying to show Hollywood or other content in India may not be able to connect people. Similarly, different types of content are being shown on OTT. So there is no medium of regional content. There are many stories at the regional level, which affect. Only filmmakers can show them.