Diwali 2022: पटाखा उद्योग पर दिख रहे संकट के बादल
Diwali 2022: पटाखा उद्योग पर मंडरा रहे संकट के बादल, प्रतिबंध से छिन सकता है लाखों लोगों का रोजगार
![](https://bulandhindustan.com/wp-content/uploads/2022/09/firecrackerssale759.jpg)
( PUBLISHED BY – PRAKASH SHRIWAS )
इस बार देश में अगले महीने दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा। रोशनी के इस त्योहार पर पटाखा उद्योग एक बार फिर असमंजस में है। पटाखा उद्योग इस बात को लेकर असमंजस में है कि क्या इस बार उनकी दिवाली उज्ज्वल होगी या क्या इस बार पिछले कुछ वर्षों की तरह अंधेरा होने वाला है।
![](https://bulandhindustan.com/wp-content/uploads/2022/09/25-2.jpg)
पटाखा उद्योग पर छाया संकट
दरअसल, पिछले कुछ सालों से पटाखा उद्योग जगमगाती उज्ज्वल दिवाली की उम्मीद कर रहा है। इस साल दिवाली अगले महीने मनाई जाएगी, लेकिन पटाखा उद्योग के अधिकारियों ने कहा कि प्रतिबंध और COVID महामारी सीधे उन्हें प्रभावित कर रही है। तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले के शिवकाशी में आतिशबाजी का उत्पादन शुरू होना बाकी है, जबकि रोशनी के त्योहार में अभी एक महीना बाकी है।
![](https://bulandhindustan.com/wp-content/uploads/2022/09/firecracker-story_647_101916053135.jpg)
सुप्रीम कोर्ट ने लगाया है प्रतिबंध
सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में पटाखों के निर्माण में बेरियम के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया और 2021 में इसकी पुष्टि की। देश के पटाखों के केंद्र शिवकाशी में आतिशबाजी उद्योग को एक कठिन स्थिति का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें 1,000 संगठित इकाइयों में लगभग तीन लाख कर्मचारी कार्यरत हैं।