स्कूल का ऐसा भी क्या डर? की छात्र ने रच डाली अपनी ही अपहरण की कहानी…
स्कूल का ऐसा भी क्या डर? 1 महीने तक मॉल और पार्कों में घूमता रहा नौवीं का छात्र; फिर रच डाली अपने ही अपहरण की झूठी कहानी
( PUBLIHSED BY – SEEMA UPADHYAY )
नौवीं का छात्र घर छोड़कर स्कूल जाने की बजाय एक महीने तक मॉल और पार्कों में घूमता रहा। इसके बाद उसने खुद को अगवा करने की झूठी कहानी बनाई और अपनी मौसी के पैसे से टिकट खरीदकर ट्रेन से दिल्ली भाग गया। शनिवार को स्कूल के लिए घर से निकले छात्र ने दिल्ली पहुंचकर परिजनों को अपने अपहरण की सूचना वाट्सएप मैसेज भेजकर मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया.
पुलिस के पास जाने के बाद नंबर को सर्विलांस पर लगाया तो लोकेशन दिल्ली में मिली। पुलिस ने जब किसी तरह रोती हुई मां से बात कराई तो वह भी भावुक हो गया और अपनी गलती मानकर घर लौट आया, तब परिजनों और पुलिस दोनों ने राहत की सांस ली.
राजाजीपुरम निवासी 15 वर्षीय ननिहाल में रह रहा है और सेंट जोसेफ स्कूल, राजाजीपुरम में नौवीं की पढ़ाई कर रहा है। पिता प्राइवेट जॉब करते हैं और मां हाउसवाइफ।
एक महीने तक स्कूल जाने के बजाय मॉल-पार्क में घूमा
करीब एक महीने तक छात्र सुबह स्कूल के लिए घर से निकल जाता था, लेकिन जाने के बजाय मॉल-पार्क में घूमता रहता था। छात्र के व्यवहार में आए बदलाव को देखकर मौसी ने उसे रोका और मां को सूचना दी। गुस्साई मां ने कहा था कि मैं तुम्हारे स्कूल जाकर बात करूंगी. शनिवार की सुबह मां को स्कूल जाना था। यह सोचकर छात्र परेशान हो गया। उसे डर था कि उसकी मां के स्कूल जाते ही सच सामने आ जाएगा। इसी डर के चलते छात्र शनिवार सुबह घर से निकल गया। वह राजाजीपुरम से चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचे। जहां से वह ट्रेन में बैठकर दिल्ली चले गए।
मौसी से आठ हजार लेकर निकला था
जांच में पता चला कि छात्र ने घर छोड़ने का मन बना लिया था। वह आठ हजार बातों में शामिल मौसी के पास भी ले गया था। वह शनिवार को रुपये लेकर घर से निकला था। रास्ते में कई जगह खाना खाया। इंस्पेक्टर विनोद यादव के मुताबिक छात्र ने शहर से बाहर निकलते ही मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया. वह स्टेशन के वाईफाई से व्हाट्सएप मैसेज की ऑडियो स्क्रिप्ट भेज रहा था। छात्रा के व्हाट्सएप कॉल पर मां से बात हुई थी। मां के रोने की आवाज सुनकर वह भी भावुक हो गए और रविवार को लौट गए।
परिवार ने कोतवाली पर किया था हंगामा
शनिवार को जब छात्र समय पर घर नहीं पहुंचा तो परिजन स्कूल पहुंचे तो पता चला कि छात्र नहीं आया है. शाम 5 बजे छात्रा के नंबर से मां को एक व्हाट्सएप मैसेज आया, जिसमें लिखा था कि मैं फोन नहीं उठा सकती। संदेशों के बारे में बात की जा सकती है। अपहरण की आशंका पर बजरखाला कोतवाली पहुंचकर काफी देर तक हंगामा होता रहा। मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस ने नंबर को सर्विलांस पर लिया तो लोकेशन दिल्ली होने का मामला सामने आया।