गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे ने बढ़ाई कांग्रेस की चिंता
गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे ने बढ़ाई कांग्रेस की चिंता, आज CWC की बैठक में आनंद शर्मा दिखा सकते हैं तेवर
( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे ने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है। पार्टी ने आज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई है. इस बैठक में ‘जी-23’ के आनंद शर्मा जैसे नेता आजाद के इस्तीफे का मुद्दा उठा सकते हैं. पार्टी पदाधिकारियों ने शनिवार को इस बात के संकेत दिए हैं. आपको बता दें कि विपक्षी दल भी अपने नए अध्यक्ष के चुनाव की तैयारियों में लगा हुआ है.
आज की बैठक से एक दिन पहले यानी शनिवार को गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने एक घंटे से अधिक समय तक बैठक की. कांग्रेस के कुछ नेताओं ने शनिवार को आजाद के राहुल गांधी पर निजी हमले की भी आलोचना की। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि आजाद ने वाजिब सवाल उठाए हैं। आजाद ने राहुल गांधी पर कांग्रेस के पूरे सलाहकार तंत्र को नष्ट करने का आरोप लगाया है और 2014 की चुनावी हार के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया है।
सचिन पायलट ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया जब कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार के “कुशासन” से निपटने की तैयारी कर रही थी। पायलट ने कहा, “आजाद कांग्रेस में रहते हुए 50 से अधिक वर्षों तक विभिन्न पदों पर रहे। देश और पार्टी को लोगों के मुद्दों को उठाने की जरूरत है। यह इस्तीफा अनावश्यक था।”
आपको बता दें कि आजाद के इस्तीफे से कांग्रेस ने एक और महत्वपूर्ण चेहरा, अपने शीर्ष नेता और जम्मू-कश्मीर में अपार अनुभव के दिग्गज को खो दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि “जी23” ने अपना मुख्य रणनीतिकार खो दिया है।
गुलाम नबी आजाद द्वारा राहुल गांधी पर लगाए गए आरोपों पर बड़ी संख्या में कांग्रेस नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। सचिन पायलट ने कहा कि आजाद के त्यागपत्र में राहुल गांधी पर निशाना साधकर उन्हें निजी तौर पर बदनाम किया गया है.