चीन ने समंदर में उतारा एयरक्राफ्ट करियर…..
China-Taiwan Crisis: ताइवान से तनाव के बीच चीन ने समंदर में उतारा एयरक्राफ्ट करियर, लाइव फायरिंग की
( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
चीन ताइवान के आसपास लगातार सैन्य अभ्यास कर रहा है। इसके फाइटर जेट्स और युद्धपोतों से फायरिंग। अब यह अपने दूसरे सबसे बड़े और स्वदेशी विमानवाहक पोत शानदोंग एयरक्राफ्ट कैरियर को दक्षिण चीन सागर में उतारा है। इसके साथ जहाज का अपना युद्ध समूह भी है। यानी फ्रिगेट्स, कोरवेट्स और डिस्ट्रॉयर जहाजों का एक समूह भी।
शेडोंग और उसका युद्ध समूह इस समय दक्षिण चीन सागर में युद्धाभ्यास कर रहा है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साउथ सी फ्लीट ने वीचैट पर पोस्ट किया कि वे शेडोंग में सैन्य अभ्यास कर रहे हैं। ताकि वे युद्ध की स्थिति में अपनी तैयारियों का जायजा ले सकें। यह कवायद किसी युद्ध की पूरी तैयारी लगती है। शेडोंग पूरी तरह से चीन में बना है। हालांकि इसका डिजाइन सोवियत काल के लियाओनिंग एयरक्राफ्ट कैरियर जैसा ही है।
J-15 फाइटर जेट्स की उड़ान कराई गई
शेडोंग को साल 2019 में चीन के साउथ सी फ्लीट में शामिल किया गया था। फिर इसे हैनान प्रांत के पास सान्या नाम के एक द्वीप पर तैनात किया गया था। जो वीडियो पोस्ट किया गया है उसमें शेडोंग के ऊपर कुछ J-15 फाइटर जेट्स तैनात हैं। उन्हें स्की जंप रैंप से उड़ाया जा रहा है। फिर अरेस्टर वायर की मदद से लैंडिंग की जा रही है। इस दौरान रिस्पांस ट्रेनिंग भी की गई। लाइव फायरिंग भी की गई ताकि हथियारों की स्थिति की जांच की जा सके।
दुनिया का दूसरा सबसे घातक डेस्ट्रॉयर साथ में
शेडोंग के साथ गुइलिन नाम का एक टाइप 052D निर्देशित मिसाइल विध्वंसक भी था। जिस पर एक उन्नत एंटी-स्टील्थ रडार, एक लंबा हेलीकॉप्टर डेक भी है। इसके अलावा टाइप 901 सप्लाई शिप भी साथ में थी, जिसे छगन्हू कहा जाता है। वीडियो में टाइप 055 स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर भी दिखाया गया है लेकिन नाटो इसे क्रूजर कहता है। इसका विस्थापन 12000 टन है। इसे अमेरिकी नौसेना के जामवाल्ट श्रेणी के स्टील्थ जहाज के बाद दूसरा सबसे खतरनाक स्टील्थ जहाज माना जाता है।
दावा- फाइटर जेट्स ने सैकड़ों मिसाइलें दागीं
टाइप 055 डिस्ट्रॉयर यानी यानान और डालियान ही साउथ सी फ्लीट में शामिल हैं। इसके अलावा एक और युद्धपोत देखा गया है जो टाइप 054A फ्रिगेट लगता है। युद्धपोत से उड़ान भरने वाले फाइटर जेट्स ने भी समुद्र में लाइव फायरिंग की, लेकिन किस जगह पर चीनी सेना ने इसका खुलासा नहीं किया। बताया जा रहा है कि चीनी लड़ाकू विमानों ने अपने हथियारों की जांच के लिए सैकड़ों मिसाइलें दागी हैं।