पत्रकार सुरक्षा पर गंभीर आघात, मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया ज्ञापन

जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त पत्रकार संगठनों ने पत्रकार सुरक्षा और स्वतंत्रता के मुद्दे पर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ संवाद कार्यालय के अधिकारी संजीव तिवारी द्वारा पत्रकार से मारपीट करने, झूठा अपराध दर्ज कराने और बुलंद छत्तीसगढ़ समाचार पत्र के संपादक मनोज पांडेय के घर में विधिविरुद्ध पुलिस कार्रवाई के संबंध में निष्पक्ष जांच और दंडात्मक कार्रवाई की मांग की गई है।
इस ज्ञापन को पत्रकार राकेश कुमार साहू द्वारा अकलतरा तहसीलदार शशि भूषण सोनी को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया। इसमें कहा गया कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ — पत्रकारिता — पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। जब पत्रकार सच्चाई उजागर करते हैं, तो उन पर खबर हटाने का दबाव डाला जाता है। यह सवाल उठता है कि स्वतंत्र भारत में पत्रकारों को कितनी वास्तविक स्वतंत्रता प्राप्त है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि यह मामला केवल एक पत्रकार पर हमले का नहीं, बल्कि राज्य के लोकतांत्रिक मूल्यों और मीडिया की स्वतंत्रता की गंभीर परीक्षा है। यदि शासन इस मामले पर शीघ्र और निष्पक्ष कार्रवाई नहीं करता, तो यह संदेश जाएगा कि सत्ता कानून से ऊपर है।
पत्रकारों ने कहा कि सत्ता पक्ष या विपक्ष — कोई भी हो — किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को पत्रकारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कुचलने का अधिकार नहीं है। इस तरह के कार्य लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को कमजोर करने वाले हैं और स्वतंत्र पत्रकारिता पर सीधा हमला हैं।
ज्ञापन की प्रतिलिपि गृह मंत्रालय, पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर सहित संबंधित अधिकारियों को भी भेजी गई है।







