पैरोल पर छूटे बंदी ने की जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश, जेल कर्मियों पर उगाही व मारपीट का आरोप

बिलासपुर। हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी ने मंगलवार को जहर खाकर जान देने की कोशिश की। आरोपित की पत्नी ने जेल कर्मचारियों पर मारपीट और उगाही के गंभीर आरोप लगाए हैं। फिलहाल बंदी का इलाज सिम्स अस्पताल में जारी है।
मल्हार निवासी मुकेश कांत को हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा हुई थी। पहले वह बिलासपुर जेल में सजा काट रहा था, बाद में मारपीट की घटना के बाद उसे अंबिकापुर जेल स्थानांतरित कर दिया गया। वहां बीमार पड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से वह पांच फरवरी को प्रहरी को चकमा देकर फरार हो गया।
करीब आठ महीने की फरारी के बाद मंगलवार को वह अपनी पत्नी अमरीका बाई कुर्रे के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया। इस दौरान उसने अंबिकापुर जेल के कर्मचारियों पर वसूली और मारपीट के आरोप लगाए। उसकी पत्नी ने बताया कि उसने कई जेल कर्मचारियों के खातों में पैसे जमा कराए, लेकिन जब पैसे नहीं दिए गए तो उसके पति को प्रताड़ित किया गया।
कलेक्टर ने शिकायत सुनने के बाद सिविल लाइन पुलिस को बंदी को जेल भेजने के निर्देश दिए। पुलिस ने उसे जेल दाखिल करा दिया, लेकिन रात में जेल कर्मचारी उसे फिर सिविल लाइन थाने लेकर पहुंचे। पुलिस ने उसे थाने में रखने से इनकार किया। कुछ देर तक वह थाने के बाहर टहलता रहा, फिर अपने रिश्तेदारों के साथ घर चला गया। देर रात उसने जहर खा लिया। फिलहाल मुकेश कांत की हालत गंभीर बताई जा रही है।