बांग्लादेशी सेनाध्यक्ष का भारत दौरा, यूएन शांति अभियानों में योगदान पर फोकस

ढाका/नई दिल्ली। बांग्लादेश के सेनाध्यक्ष जनरल वकार-उज-जमान इस महीने भारत आने वाले हैं। इस दौरान उनकी मुलाकात भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से होने की संभावना है। जनरल जमान संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में सैन्य योगदान देने वाले देशों के लिए भारत में आयोजित होने वाले दो दिवसीय सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। यह सम्मेलन 14 अक्टूबर को नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
इस यात्रा का महत्व इसलिए बढ़ गया है क्योंकि दोनों देशों के बीच सीमा विवाद और घुसपैठ के मुद्दों को लेकर तनातनी जारी है। बांग्लादेश ने भारतीय सीमा बाड़बंदी का विरोध किया है।
बांग्लादेश की सेना की प्रतिक्रिया
bdnews24.com की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेशी सेना की मीडिया विंग आईएसपीआर ने कहा कि फिलहाल उन्हें कोई जानकारी नहीं है। कार्यक्रम तय होने के बाद ही दौरे की घोषणा की जाएगी। यदि पुष्टि होती है, तो यह 5 अगस्त 2024 के बाद बांग्लादेश के किसी शीर्ष सैन्य अधिकारी की भारत की पहली उच्च-स्तरीय यात्रा होगी।
सम्मेलन में 30 से अधिक देश होंगे शामिल
नई दिल्ली में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में 30 से अधिक देशों के सैन्य नेतृत्व भाग लेंगे। भारतीय सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राकेश कपूर ने इसे एक “अद्वितीय मंच” बताया। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत वैश्विक शांति बनाए रखने के लिए सेनाओं और राज्यों के अनुभव, ज्ञान और प्रतिबद्धता को साझा करने का अवसर है।
सम्मेलन में प्रमुख सत्र
लेफ्टिनेंट जनरल राकेश कपूर ने बताया कि सम्मेलन में दो पूर्ण सत्र होंगे:
- पहला सत्र: स्थायी संचालन के लिए यूएन शांति मिशनों की क्षमता बढ़ाना और रसद जुटाना।
- दूसरा सत्र: शांति अभियानों में प्रौद्योगिकी की भूमिका पर चर्चा।
भारत-बांग्लादेश का संयुक्त राष्ट्र में योगदान
संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना (UN Peacekeeping) के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में भारत के 5,373 सैनिक विभिन्न देशों में शांति मिशनों में तैनात हैं। वहीं, बांग्लादेश के 5,685 कर्मी तैनात हैं, जो संख्या के हिसाब से भारत से आगे है।