
रायपुर: सुंदर नगर स्थित कृष्णा किड्स एकेडमी में 6 साल की छात्रा को अगरबत्ती से जलाने के मामले को छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान में लिया है। आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने कहा कि पीड़िता को न्याय मिले और दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
अधिनियम 2005 की धारा 13 (ज) व 14 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए आयोग ने निर्देश दिया है कि इस प्रकरण की विस्तृत जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। साथ ही संबंधित विद्यालय प्रबंधन और प्रकरण की जांच कर रही एजेंसी द्वारा विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाए।
रायपुर के सुंदर नगर स्थित कृष्णा किड्स एकेडमी में एक महिला टीचर पर 6 साल की बच्ची को अगरबत्ती से जलाने का गंभीर आरोप लगा है। परिजनों की शिकायत के बाद स्कूल प्रबंधन ने आरोपी टीचर को तत्काल प्रभाव से नौकरी से हटा दिया है। परिजनों की मांग है कि आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी स्कूल पहुंचे और बच्ची से पूछताछ की। बच्ची ने बताया कि टीचर ने उसके चेहरे पर अगरबत्ती से जलाया, जबकि दूसरी बच्ची ने कहा कि उसे भी उसी टीचर ने मारा था।
बच्ची के पिता ने बताया कि KG-2 में पढ़ने वाली उनकी 6 साल की बेटी के साथ 17-18 सितंबर को यह घटना हुई। घटना के बाद बच्ची बुरी तरह डरी हुई है। अन्य पेरेंट्स ने आरोप लगाया कि उनकी बच्ची को भी आरोपी टीचर ने थप्पड़ मारा, जिससे उसके दांत में चार-पांच दिन तक दर्द रहा। बच्ची डर के मारे स्कूल जाने से घबरा रही थी।
स्कूल प्रबंधन ने कहा कि बच्ची के साथ मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई। स्कूल परिसर में CCTV कैमरे लगे हैं और बाल विभाग की टीम ने फुटेज देखी है। बच्चों के परिजनों के दबाव के कारण आरोपी टीचर को नौकरी से हटा दिया गया है। फिलहाल मामला जांच का विषय है।