
रायपुर: शुक्रवार दोपहर रायपुर के औद्योगिक क्षेत्र सिलतरा में स्थित गोदावरी पावर एंड इस्पात प्लांट में अचानक भारी लोहे का ढांचा गिर गया। दोपहर करीब तीन बजे यह हादसा हुआ, जिससे प्लांट में भगदड़ मच गई। मजदूर और अधिकारी चीख-पुकार करने लगे और कुछ ही पलों में माहौल सन्नाटे में बदल गया।
प्लांट में उस समय उत्पादन का काम चल रहा था और बगल में दीवार निर्माण कार्य भी जारी था। प्रबंधन ने मशीनें थोड़ी देर के लिए बंद की और मैनेजर समेत 10-12 लोग जांच के लिए मौके पर पहुंचे। तभी तापमान नियंत्रित करने वाला गरम लोहे का विशाल ढांचा अचानक गिर गया।
हादसे के बाद प्लांट परिसर में हाहाकार मच गया। एंबुलेंस तुरंत मौके पर पहुंचीं और गेट बंद कर दिए गए ताकि बाहर का कोई व्यक्ति भीतर न आ सके। प्रबंधन ने मीडिया और बाहरी लोगों को रोक दिया और मोबाइल से फोटो लेने की अनुमति नहीं थी। पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंचा। एएसपी लखन पटले खुद टीम के साथ प्लांट में पहुंचे और मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
मजदूरों को अलग-अलग गेट से बाहर निकाला गया और उत्पादन कार्य रोक दिया गया। घटना के लगभग आठ घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला, इसके बाद घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया और मृतकों का पीएम कराया गया।
गोदावरी इस्पात हादसे की जांच अब कई एजेंसियां करेंगी। औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जांच करेगा, श्रम विभाग और श्रम आयुक्त कार्यस्थल की परिस्थितियों और लापरवाही की जांच करेंगे, जबकि पुलिस साजिश के कोण से भी मामले को परखेगी। प्रारंभिक जांच में उत्पादन और निर्माण कार्य एक साथ होने को बड़ी गलती माना जा रहा है।
एएसपी रायपुर लखन पटले ने बताया कि हादसे में छह लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। हादसे की असल वजह और जिम्मेदार लोगों की पहचान के लिए सभी एजेंसियां समन्वय के साथ जांच कर रही हैं। यदि लापरवाही पाई जाती है तो जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई होगी।