
बरेली। इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां के बुलावे पर शुक्रवार को जुटी भीड़ अराजक हो गई। इस्लामिया मैदान जाने की कोशिश में भीड़ ने नावल्टी तिराहे के पास पुलिस टीम पर पथराव कर दिया। हालात बिगड़ते देख पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने और लाठीचार्ज करना पड़ा।
दोपहर 12 बजे से नौमहला मस्जिद और रजा मस्जिद क्षेत्र में पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया था। हालांकि मौलाना तौकीर मौके पर नहीं पहुंचे। इसके बावजूद उनके समर्थक नाबालिगों को आगे कर नारेबाजी करने लगे। डीआईजी अजय साहनी और एसपी सिटी की मौजूदगी में समझाने के प्रयास विफल रहे और भीड़ लगातार इस्लामिया कॉलेज मैदान जाने पर अड़ी रही।
कुतुबखाना और बिहारीपुर से आई भीड़ खलील स्कूल तिराहे पर पुलिस से भिड़ गई। यहां दुकानों और वाहनों में तोड़फोड़ हुई। दंत चिकित्सक डॉ. जीके सक्सेना के क्लीनिक में घुसकर शीशे तोड़े गए और बाहर खड़ी बाइकें क्षतिग्रस्त कर दी गईं। इसके बाद पथराव और तोड़फोड़ बढ़ गई। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया।
एसपी सिटी को निशाना बनाकर पथराव भी किया गया। कई लोग अपने जूते-चप्पल, टोपी और हेलमेट मौके पर छोड़कर भागे। वहीं श्यामगंज क्षेत्र में फायरिंग भी हुई।
डीआईजी अजय कुमार साहनी ने बताया कि हिंसा में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। स्थिति शाम पांच बजे तक काबू में लाई जा सकी। पुलिस ने 30 आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि मौलाना तौकीर रजा ने 19 सितंबर को घोषणा की थी कि शुक्रवार को इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान में विरोध-प्रदर्शन करेंगे। बाद में आईएमसी ने कार्यक्रम स्थगित करने का पत्र सार्वजनिक किया था, लेकिन इसके बावजूद समर्थक बड़ी संख्या में जुट गए और बवाल हो गया।