महंगे बिजली बिल से नाराज़ कांग्रेस, चिमनी लेकर सड़कों पर उतरेगी, बैंकों से मांगेगी लोन

छत्तीसगढ़ में बिजली की बढ़ी कीमतों को लेकर कांग्रेस ने बड़ा आंदोलन शुरू करने की तैयारी कर ली है। पार्टी कार्यकर्ता मोमबत्ती, चिमनी, कैंडिल और मशाल लेकर प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही वे बिजली बिल चुकाने के लिए बैंकों में लोन के आवेदन भी देंगे।
कांग्रेस का आरोप है कि राज्य सरकार ने बिजली बिल हाफ योजना में कटौती की और स्मार्ट मीटर लगाने के बाद इस माह उपभोक्ताओं को दोगुना से ज्यादा बिल थमाया गया है। शिकायत करने वालों को बिजली दफ्तरों से खाली हाथ लौटाया जा रहा है, जिससे आम जनता परेशान है।
योजना में कटौती से बढ़ा बोझ
पहले जहां 400 यूनिट तक का बिजली बिल माफ था, अब इसे घटाकर सिर्फ 100 यूनिट कर दिया गया है। साथ ही, प्रति यूनिट 80 पैसे से लेकर डेढ़ रुपये तक की बढ़ोतरी कर दी गई है। इसका सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ा है और बिल तीन से चार गुना तक बढ़ गए हैं।
22.5 लाख परिवार प्रभावित
राज्य के करीब 22.5 लाख मध्यमवर्गीय परिवारों को पहले हाफ बिजली योजना का लाभ मिल रहा था। इनका मासिक बिजली बिल पहले 750 से 1100 रुपये तक आता था, लेकिन अब यह 1700 से 2400 रुपये तक पहुंच गया है। वहीं, जिन परिवारों का बिल पहले 1200 से 1500 रुपये था, अब उन्हें 3000 से 4000 रुपये तक का भुगतान करना पड़ रहा है।
कांग्रेस का आंदोलन ऐसे होगा
- राजधानी सहित सभी जिलों और ब्लॉकों में प्रदर्शन।
- तीन से चार दिनों तक अलग-अलग कार्यक्रम।
- मोमबत्ती, चिमनी और मशाल लेकर विरोध जताना।
- बैंकों के सामने बिजली बिल लेकर लोन आवेदन देना।