वनमंत्री का सर्किट हाउस कांड

जगदलपुर : छत्तीसगढ़ सरकार में बस्तर संभाग का प्रतिनिधित्व करने वाले एकमात्र, वन एवं परिवहन मंत्री केदार कश्यप का सर्किट हाउस में हुआ प्रकरण बस्तर संभाग से बाहर निकालकर पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया….
कांग्रेस का बयानबाजी
कांग्रेस ने इस मुद्दे को हाथों-हाथ उठाया, इतना ही नहीं प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने जगदलपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर, वन मंत्री केदार कश्यप पर एक कर्मचारी को प्रताड़ित करने का आरोप लगाकर कार्यवाही की मांग की है।
भाजपा में खामोशी
लेकिन…..48 घंटे से ऊपर हो गए बस्तर संभाग के 7 जिला भाजपा के अध्यक्ष ने वन एवं परिवहन मंत्री केदार कश्यप के पक्ष में एक स्टेटमेंट भी जारी नहीं किया, सिर्फ दंतेवाड़ा जिला पंचायत के अध्यक्ष ने उनके पक्ष में आवाज उठाई…
मंत्री गणों की चुप्पी
कांग्रेस ने इसे राजनीतिक मुद्दा बनाकर प्रदेश भर के जिला मुख्यालय में उनके पुतले का दहन भी किया गया…आश्चर्य की बात है कि मंत्रिपरिषद के किसी सदस्य ने भी आवाज नहीं उठाई।
साय साव – कुछ तो बोले
मंत्री केदार कश्यप के पक्ष में और सीधे तौर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने वन मंत्री के पक्ष में बयान देते हुए कहा कि उन्हें बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है, कांग्रेस के पास अब कोई मुद्दा बचा नहीं है बस्तर संभाग में तो कर्मचारियों की आड़ लेकर झूठे आरोप लगा रहे हैं…
भाजपा के निर्वाचित प्रतिनिधि चुप
आखिर बस्तर संभाग के भाजपा नेताओं, जिसमें कुछ निगम के अध्यक्ष भी हैं प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भी बस्तर संभाग से हैं प्रदेश भाजपा के पदाधिकारी भी बस्तर संभाग से हैं लेकिन सभी मौन है। केवल प्रदेश भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष विकास मरकाम ने वनमंत्री के पक्ष में बयान जारी किया है।
मौन साधना का कारण ?
आखिर कारण क्या है, बस्तर संभाग के निर्वाचित जनप्रतिनीधियो मे से ना कोई विधायक पक्ष में आया ना कोई संसद सदस्य पक्ष में आए। यह बस्तर संभाग में ही भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।