
संवाद से समाधान… यही है छत्तीसगढ़ में सुशासन की पहचान। सुशासन तिहार 2025 केवल समस्याओं के समाधान नहीं अपितु सरकार और जनता के मध्य एक आत्मीय एवं सकारात्मक सेतु का निर्माण कर रहा है। जहां शासन लोगों की बातें सुनता हैं, समझता है और साथ बैठकर समाधान करता है। सक्ती जिले के करिगांव में सुशासन तिहार के तीसरे चरण की शुरुआत की। ग्रामीणों और महिलाओं ने कमल का फूल देकर आरती की, हल्दी चावल का तिलक लगाकर स्वागत किया। पीपल के पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण किया। इसके साथ ही सरकार के काम काज उनकी प्रतिक्रिया और सुझाव भी लिए।
