आस्था और सांस्कृतिक धरोहर का तेजी से कायाकल्प
रायपुर : मुख्यमंत्री की मंशानुरूप ग्रामीणों की आस्था और सांस्कृतिक धरोहर देवगुड़ियों का हो रहा तेजी से कायाकल्प
( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के हर गाँव में एक देवगुडी है, हर गाँव में एक विशिष्ट देवता या देवता होते हैं। गांव के पुजारी यहां हर खास मौके पर पूजा-अर्चना करते हैं। इसके बचाव के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पहल की है। मुख्यमंत्री ने नारायणपुर प्रवास के दौरान ग्रामीणों की मांग पर नारायणपुर जिले की सभी ग्राम पंचायतों में देवगुडी बनाने की घोषणा की है. मुलाकात के दौरान उन्होंने वहां भूमि पूजन भी किया. देवगुड़ी जीर्णोद्धार का कार्य जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीणों की सहमति से किया जा रहा है और इसकी सतत निगरानी भी की जा रही है.
आदिवासी हमारे देश की प्राचीन सभ्यता, संस्कृति और लोक जीवन के वाहक हैं। आदिवासी समाज आज भी उन्हीं सभ्यता, संस्कृति को बचाने में लगा हुआ है। राज्य सरकार उन सभ्यताओं और संस्कृतियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सरकार की मंशा के अनुरूप देवगुडी में वह सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है.
ताकि आदिवासी समाज के लोग एक जगह एकत्रित हो सकें और अपने कर्मकांडों या धार्मिक कार्यों को बेहतर ढंग से कर सकें. मुख्यमंत्री श्री बघेल ने नारायणपुर प्रवास के दौरान देवगुडी के निर्माण का शिलान्यास किया था। इस मौके पर उन्होंने कहा था कि देवगुडी का निर्माण ग्रामीणों की इच्छा के अनुरूप किया जाएगा.