फोन में घुसा Sova वायरस तो बैंक अकाउंट होगा खाली!
Alert: फोन में घुसा Sova वायरस तो बैंक अकाउंट कर देगा खाली, हटा भी नहीं पाएंगे आप!
( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
अगर आप भी किसी गैर-विश्वसनीय स्रोत से कोई ऐप डाउनलोड करते हैं, तो यह चेतावनी आपके लिए ही है। SBI ने एक ट्वीट कर लोगों को SOVA ट्रोजन वायरस को लेकर आगाह किया है। एसबीआई ने कहा है कि यह एक ऐसा वायरस है जो आपके फोन में घुस सकता है और आपकी कीमती संपत्ति चुरा सकता है।
यह चेतावनी खासतौर पर एंड्रॉयड यूजर्स के लिए जारी की गई है। बैंक के मुताबिक, यह वायरस किसी एंड्रॉइड फोन को गुपचुप तरीके से एन्क्रिप्ट कर सकता है और इसे अनइंस्टॉल करना मुश्किल है। एसबीआई के मुताबिक हमेशा भरोसेमंद सोर्स से ही भरोसेमंद ऐप डाउनलोड करें।
क्या है सोवा वायरस
एसबीआई की चेतावनी के अनुसार, यह एक ट्रोजन मैलवेयर है जो नकली बैंकिंग ऐप का उपयोग करने वाले लोगों के व्यक्तिगत डेटा पर हमला करता है और चोरी करता है। यह आपकी गुप्त वित्तीय जानकारी चुरा सकता है। जब उपयोगकर्ता अपने नेट बैंकिंग ऐप का उपयोग कर रहे होते हैं, तो यह मैलवेयर उनकी साख को रिकॉर्ड कर लेता है और इससे बाहर निकलना बहुत मुश्किल होता है।
कैसे काम करता है ये?
सबसे पहले यह आपके फोन में एक फेक एसएमएस के जरिए इंस्टॉल होता है। इंस्टालेशन के बाद यह ट्रोजन आपके फोन में मौजूद ऐप्स की जानकारी हैकर्स को भेजता है। हैकर्स कमांड और कंट्रोल के जरिए आपके फोन में वायरस भेजते हैं। इसके साथ ही एक लिस्ट भी भेजी जाती है जिसमें टारगेट किए गए ऐप्स लिखे होते हैं। अब जब आप इन ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, तो वायरस अपने डेटा को एक XML फाइल में स्टोर कर लेता है, जिसे हैकर्स एक्सेस कर सकते हैं।
कैसे बचें?
एक बार यह वायरस आपके फोन में घुस गया तो इसे हटाना बहुत मुश्किल होता है। इससे बचने का एक ही उपाय है कि सावधानी बरती जाए। कोई भी ऐसा ऐप डाउनलोड न करें जो संदेहास्पद हो। साथ ही, ऐप डाउनलोड करने के लिए केवल विश्वसनीय स्रोतों का ही उपयोग करें। ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसके रिव्यू पढ़ें। ऐप को अनुमति देने से पहले, आप जो अनुमति दे रहे हैं, उसके बारे में जानकारी को अच्छी तरह से पढ़ लें।