
वृंदावन। प्रेमानंद जी महाराज आज देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी आध्यात्मिक पहचान का बड़ा नाम हैं। उनके सत्संग सुनने और आशीर्वाद लेने के लिए देश-दुनिया से लोग वृंदावन पहुंचते हैं। सोशल मीडिया पर भी वे खूब चर्चा में रहते हैं। हिंदू हो या मुस्लिम, हर वर्ग के लोग उन्हें दिल से मानते हैं और उनके ज्ञान को अपने जीवन में उतारने की कोशिश करते हैं।
प्रेमानंद महाराज अपने प्रवचनों में लोगों को सांसारिक और आध्यात्मिक जीवन का मार्गदर्शन देते हैं। सत्संग के बाद अक्सर श्रद्धालु अपनी समस्याओं का समाधान पूछते हैं और महाराज सहज उत्तर देकर सबका मार्गदर्शन करते हैं।
इसी दौरान उनसे मिलने पहुंचे एक भक्त ने बताया कि वह पहले आसाराम बापू को गुरु मानता था। भक्त ने कहा कि आसाराम बापू के जेल जाने के बाद उसकी श्रद्धा पर गहरा आघात हुआ है। इस पर प्रेमानंद महाराज ने जो जवाब दिया, उसे सुनकर हर कोई दंग रह गया।
आसाराम मामला
गौरतलब है कि 2013 में आसाराम पर नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप लगा था। पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया था कि छिंदवाड़ा के गुरुकुल में पढ़ने वाली उनकी बेटी को इलाज के बहाने जोधपुर आश्रम लाया गया और वहां दुष्कर्म हुआ। 15 अगस्त 2013 को केस दर्ज हुआ और 31 अगस्त को आसाराम इंदौर से गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में अदालत ने उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई। इसके अलावा, गुजरात में एक और दुष्कर्म केस में भी उन्हें सजा मिली है। हालांकि वर्तमान में आसाराम अंतरिम जमानत पर बाहर हैं।
क्या बोला भक्त और क्या मिला जवाब?
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स ने प्रेमानंद महाराज से कहा “मैंने आसाराम बापू से दीक्षा ली थी और भजन भी अच्छा चल रहा था, लेकिन उनके जेल जाने से मेरी श्रद्धा टूट गई है।”
इस पर महाराज ने जो उत्तर दिया, उसने भक्तों को सोचने पर मजबूर कर दिया।