उपराष्ट्रपति चुनाव: मतदान जारी, सत्ता पक्ष- विपक्ष में कड़ी टक्कर की उम्मीद

नई दिल्ली। देश के नए उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार पूर्व जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी के समर्थन में जोरदार प्रचार किया है। रेड्डी को पूरा इंडिया ब्लॉक समर्थन दे रहा है, जबकि एनडीए अपने प्रत्याशी सीपी राधाकृष्णन की जीत को लेकर आत्मविश्वास से भरा है।
तीन दल चुनाव से अलग
मतदान से ठीक पहले तीन दलों ने उपराष्ट्रपति चुनाव से दूरी बना ली। बीजू जनता दल (राज्यसभा में 7 सांसद), बीआरएस (4 सांसद) और शिरोमणि अकाली दल (1 सांसद) ने मतदान में हिस्सा न लेने का निर्णय किया है। लोकसभा में बीजद और बीआरएस का प्रतिनिधित्व शून्य है।
राजनाथ सिंह निभा रहे अहम भूमिका
एनडीए उम्मीदवार को जीत दिलाने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सक्रिय हैं। वे भाजपा के उन नेताओं में गिने जाते हैं जिनके साथ कई दलों के रिश्ते अच्छे हैं। वहीं कांग्रेस नेता एसवी रमणी का कहना है कि इस बार मुकाबला दिलचस्प हो सकता है। अगर क्रॉस वोटिंग हुई तो एनडीए के उम्मीदवार को नुकसान झेलना पड़ सकता है।
क्या कहता है आंकड़ों का गणित
कुल 782 मत पड़ने हैं। जीत के लिए 391 मतों की जरूरत है। एनडीए के पास 422 वोट बताए जा रहे हैं, जबकि इंडिया ब्लॉक के पास लगभग 312 वोट हैं। यानी संख्या बल में एनडीए मजबूत दिख रहा है। हालांकि इस चुनाव में व्हिप लागू नहीं होता और मतदान गोपनीय रहता है। ऐसे में क्रॉस वोटिंग की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
विपक्ष का भरोसा ‘अंतरात्मा की आवाज’ पर
विपक्षी उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी ने सांसदों से लोकतंत्र को बचाने के लिए अंतरात्मा की आवाज पर मतदान करने की अपील की है। विपक्ष को यह भी उम्मीद है कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को अचानक दिए गए इस्तीफे से बनी असमंजस की स्थिति उनके पक्ष में माहौल बना सकती है।
अखिलेश यादव का तंज
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी के भीतर ही दरार है और यह समाज में दरार पैदा करने का काम भी करती है। उनका दावा है कि उपराष्ट्रपति चुनाव में अप्रत्याशित नतीजे आ सकते हैं।







