जम्मू । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने मन्हास बिरादरी ग्राउंड, परौला पहुंचे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, राहुल गांधी को मैं एक बात कहना चाहता हूं कि कितना भी जोर लगा लो गुर्जर, बकरवाल पहाड़ियों और दलितों के आरक्षण को हम हाथ नहीं लगाने देंगे…जब तक शांति नहीं होगी, पाकिस्तान से कोई बात नहीं होगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, यह संयोग है कि भाजपा की पहली चुनावी रैली गणेश चतुर्थी के दिन शुरू हो रही है .आगामी चुनाव ऐतिहासिक चुनाव हैं। देश की आजादी के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के मतदाता तिरंगे के नीचे अपना वोट डालेंगे
शाह ने कहा हमने घर-घर जाकर इनके (नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस) विभाजनकारी एजेंडे के प्रति लोगों को जागरूक किया है। मैंने एक प्रेस वार्ता कर नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस के विभाजनकारी एजेंडे को उजागर किया था। लेकिन आज मैं आप सब के सामने आया हूं, क्योंकि मैं मीडिया से ज्यादा भरोसा आप पर करता हूं क्योंकि मैं भी आपकी जमात वाला हूं, मैं भी बूथ अध्यक्ष रहा हूं।
अमित शाह ने कहा अनुच्छेद-370 हटने से 70 साल के बाद जम्मू कश्मीर की माताओं-बहनों को अधिकार मिला है। नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस पार्टी ये अधिकार छीनना चाहती है। ये अधिकार आप छीनने दोग? नेशनल कांफ्रेंस व कांग्रेस पार्टी पत्थरबाजी व आतंकवाद में लिप्त लोगों को जेल से छोड़ना चाहती है ताकि जम्मू, पुंछ, राजौरी जैसे क्षेत्र जहां शांति है, वहां फिर से आतंकवाद आए। क्या आप इन क्षत्रों में आतंकवाद को फिर से आने दोगे?
जम्मू-कश्मीर में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को होना है, जबकि अन्य दो चरण 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे। मतगणना 8 अक्टूबर को होगी।