इग्नू का फुल फॉर्म इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय है। इग्नू की स्थापना वर्ष 1985 में हुई थी। विश्वविद्यालय का नाम भारत की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के नाम पर रखा गया है। इस विश्वविद्यालय का मुख्यालय भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है और इसे केंद्र सरकार द्वारा चलाया जाता है।
हर वर्ग के लोग प्राप्त कर सकते है शिक्षा प्राप्त
इग्नू एक प्रकार का मुक्त विश्वविद्यालय है जो ओडीएल (ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग) मॉड्यूल पर आधारित है। इग्नू एक ऐसा विश्वविद्यालय है जिसमें हर वर्ग के लोग शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। खासकर वो लोग जो किसी कारणवश रोजाना स्कूल या कॉलेज नहीं जा पाते हैं।
क्या है इग्नू की खासियत
इस विश्वविद्यालय के माध्यम से छात्र घर बैठे अपनी पूरी डिग्री प्राप्त कर सकते हैं, केवल उन्हें परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्र जाना होगा। इस विश्वविद्यालय की खास बात यह है कि इसमें प्रवेश लेने की कोई आयु सीमा नहीं है। जिन लोगों ने किसी कारण से पढ़ाई छोड़ दी थी या छूट गई थी, वे भी इग्नू से अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं, चाहे उनकी उम्र कितनी ही क्यों न हो। जिन छात्रों को अपने स्कूल या कॉलेज में बहुत कम अंक प्राप्त हुए हैं, जिसके कारण उनका प्रवेश किसी अन्य कॉलेज में संभव नहीं है, वे छात्र भी इग्नू के माध्यम से प्रवेश लेकर अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। इसमें न्यूनतम अंकों की कोई सीमा नहीं है।
साल में दो बार एडमिशन
यूनिवर्सिटी की एक और खास बात यह है कि यह यूनिवर्सिटी साल में दो बार एडमिशन लेती है। यानी हर 6 महीने में एडमिशन लिया जाता है। यदि किसी कारणवश कोई छात्र नियमित विश्वविद्यालय में प्रवेश नहीं ले पाता है तो वह 1 वर्ष प्रतीक्षा करने के स्थान पर 6 माह बाद इग्नू में प्रवेश लेकर अपना पाठ्यक्रम पूर्ण कर सकता है।
कैसे लें इग्नू में एडमिशन?
इग्नू यूनिवर्सिटी द्वारा हर साल दो बार एडमिशन फॉर्म लिए जाते हैं। पहला मई-जून के महीने में और दूसरा दिसंबर-जनवरी के महीने में। आप इग्नू की आधिकारिक वेबसाइट ignou.ac.in के माध्यम से भी ऑनलाइन प्रवेश फॉर्म भर सकते हैं।
क्या है फीस ?
अगर आप इग्नू यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि विक्रम यूनिवर्सिटी की फीस दूसरे कॉलेजों और यूनिवर्सिटी के मुकाबले काफी कम है। इसकी फीस भरने में छात्रों को किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। अगर हम इसके बारे में बात करें तो अलग-अलग कोर्स के लिए अलग-अलग चीजें हैं जो हर साल बदलती हैं।