ईडी ने फिर आरोपियों को रायपुर कोर्ट में किया पेश…
रायगढ़ के डीसी कार्यालयों में खनन विभागों सहित 75 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली और आपत्तिजनक साक्ष्य एकत्र किए।
PUBLISHED BY- PIYUSH NAYAK
सैकड़ों करोड़ के मनीलांड्रिंग और कोल परिवहन में अवैध लेवी के मामले में सूर्यकांत तिवारी, आईएएस समीर विश्नोई, लक्ष्मीकांत तिवारी और सीएम सचिवालय की डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया को कोर्ट में पेश कर दिया गया है। इन सभी की रिमांड आज खत्म हो रही है। आज भी सुनवाई स्पेशल जज अजय सिंह राजपूत की अदालत में हुई है। इससे पहले ईडी
(प्रवर्तन निदेशालय) के कर्मचारी बड़े-बड़े बक्से में सबूत लेकर आए। इन डिब्बों में में से एक में सूर्यकांत तिवारी, एक में सुनील अग्रवाल का नाम साफ पढ़ा जा सकता है। इससे पहले ईडी ने शुक्रवार को करीब 8000 पेज के दस्तावेज और 251 पेज की कंप्लेंट कोर्ट में पेश किया था।
आज ईडी मुख्यालय ने एक पीडीएफ जारी किया है जिसमें अब तक हुई कार्रवाई के विवरण के साथ इन सभी की 152 करोड़ की संपत्ति अटैच करने की जानकारी दी गई है। आज सौम्या की रिमांड अवधि खत्म हो रही है। ऐसे में उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा जा सकता है। वहीं बचाव पक्ष के वकील अपने अपने मुवक्किलों के लिए जमानत याचिका दायर कर रहे हैं। इनमें से समीर विश्नोई की दो और सुनील अग्रवाल की जमानत याचिका एक बार खारिज हो चुकी है। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक कोर्ट में बहस जारी है।
ईडी ने मनी लांड्रिंग व कोयला घोटाला में शामिल आरोपित समीर विश्नोई सहित सूर्यकांत तिवारी, लक्ष्मीकांत तिवारी, सुनील शर्मा, व उपसचिव सौम्या चौरसिया को कोर्ट में किया पेश। ईडी की टीम बाक्स और बोरों में भरकर दस्तावेज लेकर पहुंची। वही इस इस मामले में 152.31 करोड़ की चल-अचल संपत्ति अटैच किया गया है। यह जानकारी ईडी ने कहा कि पिछले दिनों
और रायगढ़ के डीसी कार्यालयों में खनन विभागों सहित 75 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली और आपत्तिजनक साक्ष्य एकत्र किए। इसके बाद शुक्रवार को आरोपियों के खिलाफ ईडी स्पेशल कोर्ट में चालान पेश किया गया। जिसके बाद आज यह कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी और समीर विश्नोई के साथ सीएम की उप सचिव सौम्या चौरसिया के यहां की गई थी।