अग्रसेन जयंती पर अग्रसेन महाविद्यालय में हुई महाआरती
अग्रसेन जयंती के अवसर पर आज अग्रसेन महाविद्यालय पुरानी बस्ती में महाआरती का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाराज अग्रसेन के साहस और पराक्रम को आमंत्रित अतिथियों ने गर्व से याद किया,
( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
अग्रसेन जयंती के अवसर पर आज अग्रसेन महाविद्यालय पुरानी बस्ती में महाआरती का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाराज अग्रसेन के साहस और पराक्रम को आमंत्रित अतिथियों ने गर्व से याद किया, जिन्होंने अपने समुदाय की सुख-समृद्धि के लिए अनुकरणीय आदर्श स्थापित किए। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल एवं वार्ड पार्षद जितेंद्र अग्रवाल शामिल हुए। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज के केंद्रीय अध्यक्ष तथा अग्रसेन शिक्षण समिति के कोषाध्यक्ष अजय दानी, समाज के वरिष्ठ सदस्य डॉ आरके अग्रवाल तथा समिति के तकनीकी सलाहकार अनुराग अग्रवाल सहित अन्य वरिष्ठ सदस्य भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
महाआरती से पूर्व महाविद्यालय में थाली सजावट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न संकायों के बीस से अधिक छात्रों ने पूजा की थाली को अलग-अलग तरीके से सजाकर अपनी कला का प्रदर्शन किया. निर्णायक – अग्रसेन शिक्षा समिति के कोषाध्यक्ष अजय दानी एवं प्रबंध संकाय विभागाध्यक्ष डॉ. शोभा अग्रवाल ने प्रयोग के आधार पर रिया ठाकुर (सामाजिक कार्य विभाग) को विजेता तथा निष्ठा शर्मा (बीसीए) को उपविजेता घोषित किया। कार्यक्रम का संचालन वाणिज्य संकाय की प्रोफेसर डॉ. नुपुर अग्रवाल ने किया।
आरती के बाद अपने संबोधन में छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल ने उपस्थित लोगों को अग्रसेन जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस विशेष दिन पर सभी एक दूसरे का सहयोग करने और राज्य की समृद्धि में योगदान देने का संकल्प लेते हैं. समाज। इसे करें। कॉलेज के निदेशक डॉ. वी.के. अग्रवाल ने इस पावन दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए महाराजा अग्रसेन के सिद्धांतों को जीवन में अपनाने पर जोर दिया।
वहीं प्राचार्य डॉ. युलेंद्र कुमार राजपूत और प्रशासक प्रो. अमित अग्रवाल ने भी इस विशेष दिन पर उपस्थित सभी लोगों को शुभकामनाएं दीं. अग्रसेन महाराज की स्तुति और पूजा के बाद प्रसाद का वितरण किया गया। इस महाआरती में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राओं की सक्रिय भागीदारी रही।