मदरसों को फंडिंग? सर्वे में पूछे जा रहे 11 सवाल
Madarsa Survey in UP: मदरसों को कौन करता है फंडिंग? सर्वे में पूछे जा रहे हैं 11 सवाल
( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
उत्तर प्रदेश में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे किया जा रहा है. इसके लिए राज्य के सभी जिलों में अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं। सर्वे में मदरसा संचालकों से 11 बिंदुओं पर जानकारी ली जा रही है, जिसमें सबसे अहम है मदरसों की आमदनी का स्रोत क्या है? 25 अक्टूबर तक सरकार को सर्वे रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह के मुताबिक मदरसों के छात्रों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाने के लिए यह कवायद की जा रही है. दीनी शिक्षा के साथ-साथ मदरसों के बच्चे भी ऐसी शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं जिससे वे अधिकारी, डॉक्टर, इंजीनियर आदि बन सकें, इस पर सरकार का ध्यान है।
उन्होंने कहा कि मदरसों को सरकार अनुदान भी दे रही है, लेकिन ऐसे मदरसे चल रहे हैं जिन्हें मान्यता ही नहीं है. ऐसे मदरसों के लिए फंडिंग कहां से है और इनमें क्या पढ़ाया जा रहा है। इस पर फोकस किया जा रहा है।
सर्वे में पूछे जा रहे हैं ये सवाल
– गैर मान्यता प्राप्त मदरसे का नाम?
– गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों के संचालन करने वाली संस्था कौन है?
– मदरसे की स्थापना की तारीख क्या है?
– उसका स्टेटस यानी निजी घर में चल रहा है या किराए के
– मदरसे में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की सुरक्षा कैसी है?
– भवन, पानी, फर्नीचर, बिजली, शौचालय के क्या इंतजाम हैं?
– छात्र-छात्राओं की कुल संख्या, शिक्षकों की संख्या कितनी है?
– वहां पढ़ाया जाने वाला पाठ्यक्रम क्या है?
– मदरसे की आय का स्रोत क्या है?
– अगर छात्र अन्य जगह भी नामांकित हैं, तो उसकी जानकारी जी जा रही है
– अगर सरकारी समूह या संस्था से मदरसों की संबद्धता है, तो उसका विवरण।