अन्य खबरेंधर्म

जानिए कैसे हुई थी बाबा वैद्यनाथ की स्थापना ?

( published by – Seema Updhyay )

हिंदी पंचांग के अनुसार 14 जुलाई से सावन का महीना शुरू होने जा रहा है. इस महीने में भगवान शिव की पूजा की जाती है। भगवान शिव की कृपा से व्यक्ति के जीवन में खुशियां आती हैं। सावन में शिव की आराधना और पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। वैसे तो हर सोमवार को भगवान शिव की पूजा की जाती है, लेकिन सावन में शिव पूजा का बहुत महत्व बताया गया है। देश के कोने-कोने में भगवान शिव के शिवलिंग हैं, लेकिन 12 ज्योतिर्लिंग बेहद खास हैं। इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन मात्र से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। आज हम वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग की कथा के बारे में बताने जा रहे हैं।

  • आइयें जानते है वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग की कथा

इस ज्योतिर्लिंग का संबंध रावण से है। रावण भगवान शिव का परम भक्त था। एक बार वह भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए हिमालय पर घोर तपस्या कर रहे थे। उन्होंने एक-एक करके अपने नौ सिर काट दिए और उन्हें शिवलिंग पर चढ़ा दिया। जब वे अपना दसवां सिर काटने जा रहे थे, तभी शिव प्रकट हुए। प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शिव ने रावण से वरदान मांगने को कहा। रावण चाहता था कि भगवान शिव उसके साथ लंका चले जाएं, इसलिए उसने कामना लिंग को वरदान के रूप में मांगा। भगवान शिव इच्छा पूरी करने के लिए तैयार हो गए, लेकिन उन्होंने एक शर्त भी रखी। उन्होंने कहा कि यदि आप शिवलिंग को रास्ते में कहीं रख देंगे तो आप उसे दोबारा नहीं उठा पाएंगे। शिव की यह बात सुनकर सभी देवता चिंतित हो गए। इस समस्या से निजात पाने के लिए सभी लोग भगवान विष्णु के पास पहुंचे।

इस समस्या के समाधान के लिए भगवान विष्णु ने लीला की रचना की। उन्होंने वरुण देव को आचमन करने के लिए रावण के पेट में जाने का आदेश दिया। इस वजह से देवघर के पास रावण को एक छोटी सी शंका हुई। रावण को समझ में नहीं आया कि वह क्या करे, तभी उसे बैजू नाम का एक चरवाहा दिखाई दिया। रावण ने बैजू के शिवलिंग को पकड़ लिया और एक छोटा सा संदेह करने चला गया।

वरुण देव की वजह से रावण कई घंटों तक अदूरदर्शिता करता रहा। मौके का फायदा उठाकर भगवान विष्णु ने बैजू रूप में शिवलिंग को वहीं रख दिया। वह शिवलिंग वहीं स्थापित हुआ था। इस वजह से इस जगह का नाम बैजनाथ धाम पड़ा। हालांकि इसे रावणेश्वर धाम के नाम से भी जाना जाता है।

bulandmedia

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
गुप्त नवरात्रि पूजा विधि Avatars of lord shiva Stationery essential that every student must have MAANG TIKKA Benefits of curd गणेश जी को अर्पित करे ये चीज़ Most Mysterious Places In India 10 Greatest Lamborghini cars ever made शुक्रवार के दिन करे यह 10 उपाय 10 unusual fruits