मध्य प्रदेश-राजस्थान: कफ सिरप से बच्चों की मौत, ड्रग कंट्रोलर ने रोक लगाई

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश और राजस्थान में सर्दी-खांसी की दवाओं से बच्चों की मौत की आशंका जताई जा रही है। दोनों राज्यों में अब तक 11 बच्चों की मौत हुई है, जिन्हें कफ सिरप से जोड़ा जा रहा है।
छिंदवाड़ा में सबसे ज्यादा मौतें
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में पिछले 20 दिनों में नौ बच्चों की मौत दर्ज की गई। ज्यादातर बच्चों ने नागपुर के निजी अस्पतालों में दम तोड़ा। मौतों के पीछे किडनी फेलियर को प्रमुख कारण माना जा रहा है।
राजस्थान में स्थिति
राजस्थान में भी दो बच्चों की मौत हुई है और कई बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। शुरुआती जांच में खांसी की दवा को कारण माना जा रहा है।
ड्रग कंट्रोलर की कार्रवाई
इस घटना के सामने आने के बाद ड्रग कंट्रोलर ने तुरंत सिरप के उपयोग पर रोक लगा दी है और आगे की जांच के लिए इसे लैब में भेजा गया है। डॉक्टर्स को सलाह दी गई है कि वे इस सिरप को बच्चों को न लिखें।
समस्या की दवा
राजस्थान में जिस खांसी की दवा से बच्चों की तबियत बिगड़ी, उसका नाम डेक्स्ट्रोमेथोर्फन हाइड्रोब्रोमाइड सिरप है। दोनों राज्यों में प्रारंभिक जांच में सिरप के सेवन को किडनी फेलियर से जोड़ा जा रहा है।