उत्तर प्रदेश में 3 नए निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना, प्रदेश में संख्या हुई 50 से अधिक

लखनऊ। कैबिनेट ने उच्च शिक्षा से जुड़े तीन प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है। इसके तहत संभल, झांसी और फतेहपुर में नए निजी विश्वविद्यालय स्थापित किए जाएंगे। संभल के लिए संचालन प्राधिकार पत्र जारी किया गया है, जबकि झांसी और फतेहपुर के विश्वविद्यालयों को आशय पत्र (लेटर ऑफ़ इंटेंट) दिया गया है। इससे प्रदेश में निजी विश्वविद्यालयों की संख्या 50 से अधिक हो गई है।
उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बताया कि प्रदेश अब उच्च शिक्षा का हब बनता जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार प्रदेश के हर मंडल में एक-एक सरकारी विश्वविद्यालय की स्थापना का काम पूरा हो चुका है।
शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने के लिए निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना भी तेजी से हो रही है। इस क्रम में संभल (चंदौसी) में राधा गोविंद विश्वविद्यालय को संचालन की अनुमति दी गई है। यह विश्वविद्यालय 22.05 एकड़ भूमि पर सोनल एजुकेशनल सोसाइटी, सोनई (मथुरा) द्वारा संचालित किया जाएगा।
झांसी में गांधी विश्वविद्यालय स्थापित होगा। इसकी प्रायोजक संस्था संत मां कर्मा मानव संवर्धन ट्रस्ट है, जिसने 20.21 एकड़ भूमि विश्वविद्यालय के लिए प्रस्तावित की है। फतेहपुर में ठाकुर युगराज सिंह विश्वविद्यालय खुलेगा। इसकी प्रायोजक संस्था एंग्लो संस्कृत कालेज, फतेहपुर है, जिसने इसके लिए 20.45 एकड़ भूमि चिह्नित की है।
विश्वविद्यालयों को उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय अधिनियम 2019 के तहत आशय पत्र जारी किए गए हैं। आशय पत्र प्राप्त करने वाली संस्थाओं को भवन, पुस्तकालय, प्रयोगशालाएं, इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने होंगे। सभी शर्तें पूरी होने के बाद जांच कर अंतिम अधिनियम पारित किया जाएगा और तभी विश्वविद्यालयों को संचालन की अनुमति मिलेगी।