सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर बवाल, पत्नी और विपक्ष ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

लेह: लद्दाख के सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरणविद सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। उनकी पत्नी गीतांजलि अंग्मो ने इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए प्रशासन पर आरोप लगाया कि बिना किसी कारण उनके पति को अपराधी की तरह गिरफ्तार किया गया और घर में तलाशी के दौरान तोड़फोड़ की गई। अंग्मो ने कहा कि सरकार उनके पति की छवि खराब करने के लिए झूठे आरोप फैला रही है, जबकि उन्होंने देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है।
28-29 सितंबर को अंतिम संस्कार
लेह अपेक्स बॉडी (LAB) के सह संयोजक शेरिंग दोरजे ने कहा कि हम हमेशा बातचीत के पक्षधर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार पीछे हटती रही। हिंसा के दौरान पुलिस फायरिंग में मारे गए लोगों का अंतिम संस्कार 28-29 सितंबर को होगा। उसके बाद ही दिल्ली जाने का फैसला लिया जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि सुरक्षाबलों ने बिना चेतावनी गोली चलाई, जिससे 95 प्रतिशत घायल लोग गोली या पैलेट से जख्मी हुए। दोरजे ने साफ किया कि आंदोलन में किसी विदेशी का हाथ नहीं है। विदेशी फंडिंग के आरोपों को भी उन्होंने सरकार की विफलता छिपाने का बहाना बताया।
विपक्ष के निशाने पर केंद्र सरकार
नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सोनम की गिरफ्तारी तय थी क्योंकि केंद्र सरकार और भाजपा उन्हें लगातार निशाना बना रही थी।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सोनम ने सच बोलने की कीमत चुकाई है। लेह में कर्फ्यू और इंटरनेट बंद होना कश्मीर की घटनाओं की याद दिलाता है।
एलएबी से जुड़े अंजुमन-ए-मोइनुल इस्लाम के उपाध्यक्ष मोहम्मद रमजान ने इसे सुनियोजित षड्यंत्र बताया। उन्होंने कहा कि गांधीवादी जीवनशैली अपनाने वाले और संविधान में विश्वास रखने वाले सोनम को बदनाम कर गिरफ्तार किया गया है।
इस पूरे घटनाक्रम ने लद्दाख में राजनीतिक और सामाजिक हलचल तेज कर दी है।