बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का कहर: डेढ़ साल में 13 बच्चों सहित 14 मौतें, ग्रामीण दहशत में

बहराइच। बहराइच के सरयू कछार इलाके में लगातार हो रहे आदमखोर भेड़ियों के हमले ग्रामीणों के लिए आतंक का कारण बन गए हैं। बीते डेढ़ वर्ष में भेड़ियों के 80 से अधिक हमलों में एक महिला और 13 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस दौरान करीब 120 मवेशी भी भेड़ियों के शिकार बने हैं।
ताजा हमला
शनिवार को मंझारा तौकली गांव निवासी अंकेश (3) को भेड़िये ने उसकी मां की गोद से झपट्टा मारकर पास की झाड़ियों में ले गया। मां ने शोर मचाया, लेकिन भेड़िया बच्चे को लेकर गायब हो गया।
पिछले हमलों का विवरण
10 मार्च 2024 से अब तक जिले में लगातार हमले हो रहे हैं। इसमें कई मासूम बच्चों और महिलाओं की मौत हुई। जून 2025 से अब तक चार मासूम भेड़ियों के शिकार बन चुके हैं। पिछली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद विशेष अभियान चला था।
वन विभाग की कार्रवाई
डीएफओ राम सिंह यादव के अनुसार, सरयू कछार घनी झाड़ियों और गन्ने के खेतों से घिरा हुआ है, जिससे भेड़ियों को छिपकर हमला करने में आसानी होती है।
- इलाके को चार सेक्टर में बांटकर गश्ती दल तैनात किए गए हैं।
- 5 कैमरा ट्रैप, 15 सोलर सीसीटीवी कैमरे, 3 ट्रैपिंग पिंजरे और 2 थर्मल ड्रोन कैमरे निगरानी में लगाए गए हैं।
- पगमार्क खोजने और ट्रैकिंग की कोशिश लगातार जारी है।
ग्रामीणों की स्थिति
लगातार हमलों से ग्रामीण बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं। खेतों में काम ठप पड़ गया है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से पुनः हस्तक्षेप की मांग की है।
विशेषज्ञों की मदद
पिछले वर्ष भी ऐसी समस्या आई थी, तब पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश के विशेषज्ञों की मदद ली गई थी। इस बार भी वही दोनों विशेषज्ञ अभियान में शामिल हैं।
भेड़ियों के हमलों में हुई मौतों का सारांश
- 10 मार्च 2024: सायरा (3)
- 23 मार्च 2024: छोटू (2)
- 17 जुलाई 2024: अख्तर रजा (1.5 वर्ष)
- 27 जुलाई 2024: प्रतिभा (2)
- 03 अगस्त 2024: किशन (7)
- 18 अगस्त 2024: संध्या (4)
- 22 अगस्त 2024: खुशबू (4)
- 25 अगस्त 2024: रीता देवी (52)
- 26 अगस्त 2024: अयांश (5)
- 01 सितंबर 2024: अंजली (2)
- 03 जून 2025: आयुष (2)
- 10 सितंबर 2025: ज्योति (4)
- 12 सितंबर 2025: संध्या (4 माह)
- 20 सितंबर 2025: अंकेश (3)