आतंकियों का ‘प्रोफेसर’ दानिश रांची से गिरफ्तार

रांची। पाकिस्तान समर्थित पैन इंडिया टेरर मॉड्यूल के सरगना अशहर दानिश को लेकर चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। रांची से गिरफ्तार दानिश न केवल इस मॉड्यूल का लीडर और सीईओ था, बल्कि इंटरनेट मीडिया पर वह ‘प्रोफेसर’ के नाम से भी सक्रिय था।
जानकारी के मुताबिक, दानिश सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए युवाओं को कट्टरपंथी विचारधारा से जोड़कर आतंकी नेटवर्क तैयार कर रहा था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और झारखंड एटीएस उसकी गतिविधियों की गहन जांच कर रही है। एजेंसियां उसके लैपटॉप, मोबाइल और सोशल मीडिया अकाउंट्स खंगाल रही हैं।
टारगेटेड किलिंग का प्लान
जांच में पता चला कि गिरोह के सदस्यों को उनकी क्षमता के अनुसार जिम्मेदारियां सौंपी गई थीं। मुंबई निवासी आफताब को टारगेटेड किलिंग और देश में अशांति फैलाने का टास्क दिया गया था। वहीं, मध्यप्रदेश के राजगढ़ से गिरफ्तार कामरान कुरैशी की भूमिका भी खंगाली जा रही है।
खुफिया एजेंसियों का कहना है कि यह नेटवर्क दो समूहों- खिलाफत और लश्कर- के तहत काम कर रहा था। इनका मकसद ‘गजवा-ए-हिंद’ जैसे जिहादी आंदोलनों को बढ़ावा देना और भारत विरोधी तत्वों को संगठित करना था।
खुफिया एजेंसियों की पैनी नजर
दानिश की गिरफ्तारी के बाद झारखंड समेत पूरे देश की खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। सरकार द्वारा प्रतिबंधित 45 आतंकी और उग्रवादी संगठनों पर निगरानी और तेज कर दी गई है। इंटरनेट मीडिया पर देश विरोधी गतिविधियों और भड़काऊ पोस्ट लिखने वालों पर भी सुरक्षा एजेंसियां कड़ी नजर रख रही हैं।
हाल ही में बोकारो के बालीडीह में एक युवक को देश विरोधी बातें लिखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। एजेंसियां ऐसे हर शख्स की निगरानी कर रही हैं ताकि किसी भी राष्ट्रविरोधी गतिविधि को समय रहते रोका जा सके।
				






