बस्तर एक अद्वितीय क्षेत्र है, जिसे नैसर्गिक सौंदर्य, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, और ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक स्थलों के लिए जाना जाता है। अब, बस्तर को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने के लिए जिला प्रशासन ने ‘द बस्तर मड़ई’ नामक एक पहल की शुरुआत की है। इस पहल के तहत, देश के विभिन्न हिस्सों से आए सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर को आमंत्रित किया गया है ताकि वे बस्तर की खूबियों को दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकें।
‘द बस्तर मड़ई’ एक ऐसा कॉन्सेप्ट है, जो बस्तर के प्राकृतिक स्थलों, सांस्कृतिक धरोहरों, और ऐतिहासिक स्थलों को प्रचारित करता है। इस कॉन्सेप्ट के तहत बस्तर को पांच अलग-अलग रंगों में दर्शाया गया है, जो इसके विविध पहलुओं को प्रदर्शित करते हैं:
Bastar Madai : ‘द बस्तर मड़ई‘
- नीला रंग: जल से संबंधित पर्यटन स्थलों को दर्शाता है।
- हरा रंग: जंगल और प्राकृतिक स्थलों का प्रतिनिधित्व करता है।
- भूरा रंग: गुफाओं और पुरातात्विक स्थलों को इंगित करता है।
- पीला रंग: आदिवासी संस्कृति और हाट-बाजारों को दर्शाता है।
- लाल रंग: आध्यात्मिक शक्ति और बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी एवं ऐतिहासिक बस्तर दशहरा को दर्शाता है।
Bastar Madai : ‘द बस्तर मड़ई‘
इस पहल का उद्देश्य यह है कि पर्यटक न केवल बस्तर के प्रसिद्ध स्थलों जैसे चित्रकोट जलप्रपात और तीरथगढ़ जलप्रपात का दौरा करें, बल्कि बस्तर की अन्य अनजानी खूबसूरतियों और सांस्कृतिक विरासत से भी परिचित हों। इस टूरिस्ट सर्किट मैप में कुल 42 पर्यटन स्थलों की जानकारी दी गई है, जिसमें स्थलों के संक्षिप्त विवरण के साथ-साथ उनके रूट्स और बस्तर पहुंचने के परिवहन साधनों की भी जानकारी शामिल है। Bastar Madai : ‘द बस्तर मड़ई‘
Bastar Madai : ‘द बस्तर मड़ई‘
इस प्रयास से बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे यह क्षेत्र वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर सके।
मड़ई (संस्कृति का उत्सव) बस्तर की परंपरा और संस्कृति को एक आधुनिक समागम के साथ अनुभव किया जा सकता है, जिसमें विविध सांस्कृतिक आयाम, सामुदायिक सहभागिता और बस्तर के धरोहर को पर्यटकों के मन में जीवंत ढंग से चित्रित करने की कोशिश है। बस्तर अंचल की नैसर्गिक सौंदर्य, समृद्ध संस्कृति, प्रचुर खनिज एवं वनोपज संपदा के साथ ही ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व एवं पुरातात्विक महत्व के स्थलों को वैश्विक पटल पर प्रदर्शित करने सहित पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व के दौरान पर्यटकों को बस्तर को करीब से देखने-समझने एवं बूझने का अवसर प्रदान करने हेतु ‘बस्तर मड़ई’ कॉन्सेप्ट तैयार किया गया है। Bastar Madai : ‘द बस्तर मड़ई‘