Jitiya Vrat 2022: जानें नहाय-खाए विधि…….
Jitiya Vrat 2022: आज है जीवितपुत्रिका व्रत,जानें नहाय-खाए विधि, पूजा सामग्री, व्रत कथा नियम समेत सारी जानकारी
( PUBLISHED BY – SEEMA UPADHYAY )
Jivitputrika Vrat Puja Vidhi, Shubh Muhurat, Parana Time: आज जितिया व्रत मनाया जा रहा है। जिवितपुत्रिका व्रत का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जीवपुत्रिका व्रत रखने का विधान है। यह व्रत महिलाओं के लिए बहुत कठिन माना जाता है, क्योंकि महिलाएं निर्जल रहकर इस व्रत को करती हैं। इस त्योहार को जिवितपुत्रिका, जिउतपुत्रिका, जितिया, ज्यूतिया और ज्यूतिया व्रत के नाम से भी जाना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि माताएं पुत्र की प्राप्ति, संतान की लंबी उम्र और उनके सुख-समृद्धि के लिए यह व्रत करती हैं। इस दिन माताएं निर्जला व्रत रखकर व्रत रखती हैं। इस व्रत के दौरान कई सावधानियां बरतनी पड़ती हैं और कई नियमों का पालन करना होता है. इसलिए व्रत के दौरान सभी नियमों का ध्यानपूर्वक पालन करें। आइए जानते हैं कथा के नियम और पूजा सामग्री समेत जितिया व्रत की पूरी जानकारी।
जीवित्पुत्रिका व्रत का शुभ मुहूर्त
अष्टमी तिथि 17 सितंबर को दोपहर 2:14 बजे शुरू होगी और 18 सितंबर को शाम 4:32 बजे समाप्त होगी.
उदय तिथि के अनुसार 18 सितंबर 2022 को जितिया का व्रत रखा जाएगा।
19 सितंबर को सुबह 6 बजकर 10 मिनट के बाद व्रत तोड़ा जा सकता है.
पूजा सामग्री
जीवपुत्रिका व्रत में भगवान जिमुता के वाहन को गोबर से पूजने का विधान है। अक्षत (चावल), पेड़ा, दूर्वा माला, पान, लौंग, इलायची, सुपारी की पूजा, श्रृंगार सामग्री, सिंदूर, फूल, गाँठ धागा, कुशा से बना जिमुत वाहन, धूप, दीपक, मिठाई, फल, बांस के पत्ते, सरसों का तेल, केक केक, गाय का गोबर आवश्यक हैं।