बिलासपुर एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग की तैयारी: हाईकोर्ट की नाराज़गी के बाद जागा एएआई

बिलासपुर एयरपोर्ट पर लंबे इंतजार के बाद नाइट लैंडिंग सुविधा शुरू करने की तैयारी तेज हो गई है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) की टीम यहां पहुंच गई है और 24 सितंबर को नाइट लैंडिंग मशीन ‘डॉप्लर वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज’ (DVOR) इंस्टॉल की जाएगी। इसके बाद परीक्षण और अनुमति की प्रक्रिया पूरी होने में करीब 9 महीने का समय लगेगा।
हाईकोर्ट की फटकार के बाद अब एएआई ने तेजी से काम शुरू किया है। बुधवार को अधिकारियों ने साइट का निरीक्षण किया और इंस्टॉलेशन की तैयारी भी शुरू कर दी। DVOR मशीन लगने के बाद विशेष विमान से सिग्नल की जांच होगी, फिर डीजीसीए से अनुमति मिलने पर नाइट लैंडिंग सेवा शुरू हो सकेगी।
क्यों जरूरी है DVOR मशीन
फिलहाल बिलासपुर एयरपोर्ट केवल वीएफआर (विजुअल फ्लाइट रूल) कैटेगरी में है। यानी यहां केवल दिन में विजुअल नियमों के आधार पर ही फ्लाइट ऑपरेट हो पाती है। लेकिन नाइट लैंडिंग सुविधा मिलने के बाद एयरपोर्ट को 3C-IFR (इंस्ट्रूमेंट फ्लाइट रूल) कैटेगरी में अपग्रेड किया जाएगा।
लेटलतीफी पर हाईकोर्ट की नाराज़गी
एयरपोर्ट सुविधाओं को लेकर दायर जनहित याचिकाओं पर हाईकोर्ट लगातार सुनवाई कर रहा है। बार-बार की देरी पर चीफ जस्टिस ने राज्य सरकार और एएआई को फटकार लगाते हुए कहा था- “कभी तो बिलासपुर का भाग्य बदलेगा और एयरपोर्ट की सुविधाएं बढ़ेंगी।” इसी सख्ती के बाद अब काम में तेजी आई है।